मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश को खेलों के क्षेत्र में आगे लाने के लिए सरकार कटिबद्ध होकर प्रयासरत है। खेल और खिलाड़ियों के विकास में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हर्ष जताते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन कराने केंद्र सरकार और भारतीय ओलंपिक संघ को प्रस्ताव भेजा गया है। वर्ष-2028 में जनवरी से मार्च के दौरान राष्ट्रीय खेलों का आयोजन प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने खेल विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे समय रहते राष्ट्रीय खेल आयोजन की सभी तैयारियों को अंजाम दें। राष्ट्रीय खेल का मध्यप्रदेश में आयोजन सरकार के लिए गौरव का विषय है। इसकी तैयारियों में कोई कमी न रहे। बैठक में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में जल पर्यटन को प्रोत्साहन किया जा रहा है। भोपाल आने वाले लोगों को यहां के छोटे और बड़े तालाब में जल क्रीड़ाओं का प्राकृतिक एवं वास्तविक आनंद प्रदान करने के लिए सभी जरूरी सुविधाएं और व्यवस्थाएं की जाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आगामी 14 से 19 अक्टूबर 2025 के दौरान एशियन रोईंग चैम्पियनशिप का आयोजन होना है। यह आयोजन भोपाल के खानूगांव स्थित वॉटर स्पोर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर में होगा। इसमें 22 से ज्यादा देशों के लगभग 450 खिलाड़ी, 100 टेक्निकल ऑफिशियल और 12 ज्यूरी मेम्बर्स सहित बड़ी संख्या में वॉटर स्पोर्टस में रूचि रखने वाले भोपाल आएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि एशियन रोईंग चैम्पियनशिप के लिये तय आयोजन स्थल खानूगांव वॉटर स्पोर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर को अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार सर्वसुविधायुक्त बनाया जाए। इससे भोपाल तालाब की ब्रांडिंग के साथ देश में ओलम्पिक-2036 में वॉटर स्पोर्ट्स के आयोजन के लिये भोपाल शहर प्रबल दावेदार भी बनेगा। साथ ही मध्यप्रदेश में वॉटर स्पोर्ट्स, मध्यप्रदेश टूरिज्म एवं स्थानीय व्यापार को भी प्रोत्साहन मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि 14 से 19 अक्टूबर को होने वाली एशियन रोईंग चैम्पियनशिप की सभी तैयारियां अभी से प्रारंभ कर लें। स्थल का सौन्दर्यीकरण और समतलीकरण इत्यादि कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करा लिए जाएं। उन्होंने कहा कि मलखम्भ को बढ़ावा देने के लिये अन्य देशों में इसका डेमो प्रदर्शन किया जाये। खेलो एमपी गेम्स में रस्साकशी, तीरंदाजी- इंडियन स्टाईल, शूटिंग बॉल एवं पिट्ठू जैसे पारम्परिक खेलों का समावेश भी किया जाए।