23-Sep-2024 06:54 PM
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नयी दिल्ली, 23 सितंबर (संवाददाता) जिंदल स्टेनलेस के अध्यक्ष रतन जिंदल को एक अंतरराष्ट्रीय स्वतंत्र बाजार अनुसंधान संगठन स्टील एंड मेटल्स मार्केट रिसर्च (एमएमआर) ने स्टेनलेस स्टील एक्जीक्यूटिव ऑफ द ईयर 2024 पुरस्कार से सम्मानित किया है।
उन्हें असाधारण नेतृत्व, रणनीतिक दृष्टिकोण और वैश्विक स्टेनलेस स्टील उद्योग में जिंदल स्टेनलेस को सफलता के मार्ग पर आगे ले जाने की उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। पुरस्कार समारोह तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय स्टेनलेस स्टील एवं विशेष स्टील सम्मेलन 2024 के तहत इटली के रोम में आयोजित किया गया था।
श्री जिंदल ने पुरुस्कार प्राप्त करते हुए कहा, “आज यहां स्टेनलेस स्टील एक्जीक्यूटिव ऑफ द ईयर पुरस्कार प्राप्त करके मैं बहुत आभारी और विनम्र महसूस कर रहा हूं। यह मेरे लिए तो बहुत गौरव का क्षण है ही, साथ ही यह पिछले 54 वर्षों में जिंदल स्टेनलेस की अविश्वसनीय यात्रा को भी दर्शाता है। मैं इस यात्रा में शामिल अपनी टीम व सहकर्मियों, साझेदारों और ग्राहकों के प्रति बहुत आभार प्रकट करता हूं। यह पुरस्कार जितना मेरा है, उतना ही उनका भी है। उनके कठिन परिश्रम, समर्पण और हमारे लक्ष्यय के प्रति विश्वास ने हमें आज यहां तक पहुंचाया है। उन सभी ने मेरी यात्रा को न केवल संभव बल्कि सार्थक भी बनाया है।”
एसएमआर प्रत्येक वर्ष उन व्यक्तियों को यह पुरस्कार प्रदान करता है जिन्होंने इस उद्योग में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान आपूर्ति श्रृंखला (स्पलाई चेन) और कार्बन बॉर्डर एडजस्टमेंट मैकेनिज्म (सीबीएएम) में पारदर्शिता, पीढ़ीगत अंतर, कर्मचारियों की उपलब्धता, रिमोट कार्यस्थल, युवा पीढ़ी के विचारों को जानने की आवश्यकता, सस्टेनेबल व रणनीतिक अनुप्रयोगों के लिए क्रोमियम के महत्व जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई।
श्री जिंदल को भारतीय स्टेनलेस स्टील उद्योग में आए परिवर्तन में उनकी भूमिका के लिए सम्मानित किया गया है। जिंदल स्टेनलेस उनके कारोबारी कौशल के दम पर वैश्विक स्टेनलेस स्टील बाजार में एक महत्वपूर्ण कंपनी बनकर उभरी है और अपने उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों, तकनीकी प्रगति और स्थायी तौर-तरीकों के लिए प्रसिद्ध है।
उनके दृढ़ निश्चय, रणनीतिक दृष्टिकोण और सरल वित्तीय योजना ने कंपनी को लाभकारी बनाया है। उनकी कुछ उपलब्धियों में भारत में स्टेनलेस स्टील 200 सीरीज का व्यावसायीकरण, भारतीय रेलवे की मालगाड़ियों के डिब्बों और यात्री ट्रेनों की बोगियों में पारंपरिक रूप से उपयोग किए जाने वाले कार्बन स्टील के स्थान पर स्टेनलेस स्टील का उपयोग शुरू करना; ‘ब्लेड स्टील’ और ‘प्रीसिजन स्ट्रिप्स’ पेश करना, जिंदल स्टेनलेस को दुनिया में ‘रेजर ब्लेड’ का शीर्ष उत्पादक बनाना; जिंदल स्टेनलेस को भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की शीर्ष 5 स्टेनलेस स्टील उत्पादक कंपनियों में से एक बनाने के लिए वित्तीय बदलाव लाना; सतत तौर तरीके अपनाकर 2050 तक कार्बन उत्सर्जन नेट जीरो लक्ष्य प्राप्त करना और इंडोनेशिया में निकेल पिग आयरन स्मेल्टर स्थापित करने के लिए एक रणनीतिक समझौता करना शामिल है। उनकी रणनीतिक पहलों से कंपनी को उत्पादों में विविधता लाने, परिचालन क्षमता बढ़ाने और बाजार में अपनी स्थिति मजबूत बनाने में मदद मिली है। इसके अलावा, श्री जिंदल स्टेनलेस स्टील उद्योग में वहनीयता (सस्टेनेबलिटी) के प्रबल समर्थक रहे हैं। वह कंपनी से पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने और जिम्मेदारीपूर्वक कामकाज को बढ़ावा देने के लिए कई पहल लागू कर रहे हैं।...////...