10-Nov-2022 07:56 PM
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जयपुर, 10 नवंबर (संवाददाता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इण्डिया स्टोनमार्ट-2022 के 11वें संस्करण का आज यहां उद्घाटन किया।
श्री गहलोत ने सीतापुरा में आयोजित इण्डिया स्टोनमार्ट-2022 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान में पत्थर व्यवसाय का एक लंबा इतिहास रहा है। आयामी पत्थर राजस्थान का एक प्रमुख खनिज है। देश-विदेश तक यहां के पत्थर को एक विशेष पहचान मिली है। राज्य सरकार निरंतर ऐसे फैसले ले रही है, जिससे खनन और उद्योग क्षेत्र को प्रोत्साहन मिलने के साथ ही रोजगार और राजस्व में भी बढ़ोतरी हो रही है।
उन्होंने कहा कि इन्वेस्ट राजस्थान समिट से प्रदेश में निवेश के प्रति अच्छा माहौल बना है। विभिन्न कंपनियों द्वारा यहां नई इकाइयां स्थापित की जा रही हैं। राज्य सरकार खनन में आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि आवश्यक सुविधाएं, उपयुक्त माहौल, सुदृढ़ कानून व्यवस्था आदि निवेशकों को राजस्थान की ओर आकर्षित कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अवैध खनन की समस्या के प्रति गंभीर है तथा निरंतर अभियान चलाकर इस पर पूर्णतया रोक लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि खनन विभाग तथा पर्यावरण विभाग को मिलकर एक ऐसी व्यवस्था विकसित करनी चाहिए जिससे खनन कार्य में आ रही परेशानियां तुरंत दूर हों एवं नवीन प्रस्तावों को भी समयबद्ध रूप से स्वीकृति मिल सके।
श्री गहलोत ने कहा कि इन्वेस्ट राजस्थान समिट से प्रदेश में निवेश का एक आदर्श वातावरण बना है। इस समिट में पत्थर उद्योग से जुड़े लगभग 800 करोड़ रूपए के एमओयू साइन हुए हैं। राज्य में खनिज भण्डारों के साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर, कुषल मानव संसाधन और प्रभावशाली नीतियाँ लागू करने से बड़े स्तर पर निवेष की संभावनाएँ बढ़ी हैं। हमारी सरकार ने रिप्स-2019 लागू करके रोजगार और आर्थिक विकास हेतु जो वातावरण तैयार किया है, उसकी अगली कड़ी में रिप्स-2022 का हाल ही में लोकार्पण किया गया।
उन्होंने कह कि हमारी सरकार ने लघु उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए “मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना” लागू की है। एमएसएमई उद्योगों के लिए राज्य में उद्यमी एक सेल्फ घोषणापत्र भर कर अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं जो पांच वर्षों तक किसी भी प्रकार के निरीक्षण से मुक्त रहेगा। उद्योगों के लिए भूमि आवंटन प्रक्रिया को भी आसान बनाया गया है। एमएसएमई एक्ट के बाद अब तक 15000 एमएसएमई इकाइयां रजिस्टर्ड हुई हैं। इनमें से 6000 इकाइयां स्थापित हो चुकी हैं।
श्री गहलोत ने कहा कि रीको द्वारा ब्लॉक स्तर पर औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। राज्य सरकार की प्रभावशाली औद्योगिक नीतियों के कारण ‘ईज ऑफ डूईंग बिजनेस’ में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ की तर्ज पर प्रदेश में राजस्थान इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स का गठन होगा। पर्यटन को बढ़ावा देने की दृष्टि से भी राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है।...////...