राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि तेरा "वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहे न रहें," इस भावना के साथ सीमाओं की रक्षा के लिए त्याग और बलिदान देने वाले सैनिकों के कल्याण प्रयासों में सहयोग राष्ट्र सेवा का संकल्प है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 55 जिलों में से 44 जिलों में लक्ष्य से अधिक राशि का समामेलित निधि में संग्रहण हर्ष और गर्व की बात है। यह उपलब्धि, आम नागरिकों के सेना के प्रति परस्पर प्रेम और समादर का प्रतीक है।
राज्यपाल श्री पटेल समामेलित विशेष निधि में एक लाख रुपए से अधिक राशि का दान देने वाले नागरिकों, संस्थाओं और लक्ष्य से अधिक राशि संकलित करने वाले संभागीय और जिला अधिकारियों के अभिनंदन कार्यक्रम को राजभवन में संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल श्री पटेल ने कार्यक्रम में संभाग आयुक्त नर्मदापुरम श्री कृष्ण गोपाल तिवारी, कलेक्टर नीमच श्री हिमांशु चन्द्रा, कलेक्टर अलीराजपुर डॉ. अभय अरविंद बेडेकर, कलेक्टर हरदा श्री सिद्धार्थ जैन, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी दमोह, सतना, सिंगरौली और 26 व्यक्तिगत एवं संस्थागत दान दाताओं को प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सैनिकों की राष्ट्र भक्ति बलिदान का मान और परिजनों के सम्मान के लिए आगे आए सभी दान दाताओं के प्रति राष्ट्र और समाज आभारी है। सैनिक कल्याण निधि में योगदान सबके साथ, विश्वास और प्रयासों से विकास की दिशा में मज़बूत पहल है। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की है कि आगामी वर्ष में हर जिला निधि के लिए लक्ष्य से अधिक राशि का संग्रहण करेगा।