02-Aug-2023 06:52 PM
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नयी दिल्ली, 02 अगस्त (संवाददाता) सरकार ने भारत में आयुर्वेद और अन्य भारतीय चिकित्सा प्रणालियों के अंतर्गत इलाज के लिए विदेशी नागरिकों को आयुष (एवाई) वीजा नाम से वीजा की एक नयी श्रेणी शुरू की है।
आयुष मंत्रालय की बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आयुष वीजा की श्रेणी अधिसूचित कर दी है। बयान में कहा गया है, “वीजा की यह नयी श्रेणी आयुष प्रणालियों/चिकित्सीय देखभाल, कल्याण और योग जैसी चिकित्सा की भारतीय प्रणालियों के तहत इलाज के लिए भारत आने वाले विदेशियों के लिए एक विशेष वीज़ा योजना शुरू करने के प्रस्ताव को पूरा करती है।”
बयान में आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के हवाले से कहा गया है, “एवाई वीजा शुरू किया जाना एक महत्वपूर्ण कदम है। यह भारत में मेडिकल वैल्यू ट्रैवल को बढ़ावा देगा। यह पहल हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारतीय पारंपरिक चिकित्सा को वैश्विक घटना बनाने के दृष्टिकोण को पूरा करने के हमारे प्रयास को मजबूत करेगी।”
प्रधानमंत्री मोदी ने अप्रैल 2022 में गांधीनगर, गुजरात में वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन (जीएआईआईएस) में आयुष चिकित्सा की तलाश में विदेशी नागरिकों को भारत की यात्रा की सुविधा के लिए एक विशेष आयुष वीजा श्रेणी बनाने की घोषणा की थी।
स्वास्थ्य सुविधा बाजार के बारे में ग्लोबल वेलनेस इंस्टीट्यूट (जीडब्ल्यूआई) की रिपोर्ट 'द ग्लोबल वेलनेस इकोनॉमी: लुकिंग बियॉन्ड सीओवीआईडी' के अनुसार यह वेलनेस (स्वास्थ्य, पोषण एवं प्रतिरोध क्षमता संबंधी उत्पाद एवं सेवाओं) के वैश्विक बाजार में सालाना आधार पर करीब दस प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी होने का अनुमान है । आयुष आधारित स्वास्थ्य देखभाल और कल्याण अर्थव्यवस्था 2025 तक बढ़कर 70 अरब डॉलर होने का अनुमान है।
आयुष मंत्रालय राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर उपचार की आयुष प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए कई मोर्चों पर काम कर रहा है। आयुर्वेद और चिकित्सा की अन्य पारंपरिक प्रणालियों संबंधी चिकित्सा-यात्रा/ पर्यटन को बढ़ावा देने के मंत्रालय की ओर से भारत पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।...////...