मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सरकार दिव्यांगजनों के सामान्य जीवन यापन के लिये हर तरह की मदद के लिये तत्पर है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार आदि क्षेत्र में इन वर्गों के लोगों ने सदैव ही अपना परचम लहराया है। इतिहास के प्रसिद्ध शास्त्रार्थी अष्टावक्र, सूरदास, संगीतकार रविन्द्र जैन हों या संत रामभद्राचार्य, सभी ने दिव्यांगता को धता बता अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार दिव्यांगजनों को अवसर प्रदान करने के लिये संकल्पित हैं। यह प्रसन्नता का विषय है कि शासकीय सेवा में आने वाले दिव्यांगजन पूरी दक्षता के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक संभागीय कमिश्नर जो दिव्यांग होने के बाद भी पिछले 6 माह से अपने दायित्वों का उत्कृष्टतापूर्वक निर्वहन कर रहे हैं। सरकार दिव्यांगों के सर्वांगीण विकास के लिये प्रतिबद्ध हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरण का मौका दिये जाने पर ईश्वर को धन्यवाद देते हुए कहा कि जीवन का नाम ही संघर्ष है। इस संघर्ष में विजयी होने के लिये सरकार सदैव ही दिव्यांगजनों के साथ खड़ी है। उन्होंने दिव्यांगों और महिलाओं के लिये शासकीय सेवा में आरक्षण नियमों पर भी जिक्र किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव कहा कि पूरे देश में मध्यप्रदेश एक मात्र ऐसा राज्य है, जिसने महिलाओं को 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया है। इसके अलावा आजीविका के लिये प्रोत्साहन और मदद का भरोसा दिलाया।