राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि सृष्टि की सभी रचनाओं का संरक्षण मानव का दायित्व है। इस दायित्व के निर्वहन के लिए ही प्रकृति ने मानव को मानसिक, शारीरिक शक्तियाँ, करुणा, दया और संवेदनशीलता के भाव दिए है, लेकिन मानव ने इन शक्तियों का पराक्रम प्रकृति के साथ खिलवाड़ में किया है। आज चार मौसमों का अनुभव एक दिन में होने लगा है। उन्होंने अपेक्षा की है कि जैव विविधता के महत्व, उपयोगिता और मानव की भूमिका के संबंध में बच्चों को संवेदनशील बनाया जाए। उनके लिए अध्ययन यात्राएं एवं अन्य जनजागृति के कार्यक्रम व्यापक स्तर पर किये जायें।