26-Mar-2022 09:30 PM
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बोगतुई (पश्चिम बंगाल), 26 मार्च (AGENCY) केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में बीरभूम जिले के रामपुरहाट के करीब खाली पड़े उस गांव का दौरा किया, जहां इस सप्ताह की शुरुआत में भीड़ ने आठ लोगों को जिंदा जला दिया था।
कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा इस दर्दनाक घटना की जांच के लिए संघीय एजेंसी को आदेश देने के एक दिन बाद रामपुरहाट शहर से केवल दो किमी दूर - नरसंहार स्थल पर पहुंची। इस दौरान उप महानिरीक्षक अखिलेश सिंह के नेतृत्व में सीबीआई की एक टीम ने फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ मिलकर सबूत इकट्ठा किए और जले हुए घरों की जांच की।
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक स्थानीय नेता और बरसल पंचायत के उप प्रमुख की सोमवार शाम उनके आवास के पास एक चाय की दुकान पर हुए बम हमले में मौत हो गई थी। टीएमसी नेता की मौत के कुछ घंटे बाद भीड़ ने कई घरों में आग लगा दी थी, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालो में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
अदालत के आदेश के तुरंत बाद शुक्रवार को सीबीआई ने इस घटना पर मामला दर्ज किया था।
शनिवार तड़के करीब 30 सीबीआई अधिकारी रामपुरहाट पुलिस स्टेशन गए और प्राथमिकी सहित दस्तावेज एकत्र किए।
इसके बाद वे गाड़ी से बोगटुई गए, जहां से ज्यादातर ग्रामीण आगजनी और हत्याओं के बाद भाग गए हैं। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला विशेषज्ञों के साथ अधिकारियों ने जले हुए घरों की जांच शुरू की और सबूत एकत्र किए। इस बीच अदालत के आदेश पर सभी सुविधाजनक बिंदुओं पर सीसीटीवी कैमरों से कार्रवाई रिकॉर्ड की गई।
सीबीआई कर्मियों को साइट की वीडियोग्राफी करते हुए देखा गया। इसके बाद अधिकारियों की बताशपुर गांव का दौरा करने की भी उम्मीद है, जहां नरसंहार में बचे कई लोगों ने शरण ली है।
मामले में अब तक टीएमसी के स्थानीय ब्लॉक अध्यक्ष अनारुल हुसैन सहित कुछ 22 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गांव का दौरा करने और पुलिस को टीएमसी नेता को पकड़ने का आदेश देने के बाद अनारुल को गिरफ्तार किया गया था। हुसैन के अलावा 11 अन्य लोग रामपुरहाट पुलिस थाने में हिरासत में हैं।...////...