शहीद भंवरलाल को उनकी शहादत की 24वीं वर्षगांठ पर किया नमन
13-Jun-2023 09:03 PM 8301
नागौर 13 जून (संवाददाता) कारगिल युद्ध के शहीद एवं वीर चक्र प्राप्त शहीद सूबेदार भंवर लाल भाकर की शहादत की 24 वर्षगांठ पर राजस्थान में नागौर जिले के डीडवाना तहसील में स्थित उनके पैतृक गांव थेबड़ी में सोमवार शाम को आयोजित कार्यक्रम में उनकी प्रतिमा पर पुष्प एवं मालाएं अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई और उनकी शहादत को नमन एवं सलाम किया गया। इस अवसर पर स्थानीय विधायक चेतन डूडी ने शहीद की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और नमन किया। इसी तरह तहसीलदार मूलचंद उज्ज्वल , पूर्व प्रधान जालाराम भाकर, खोजास गांव के सरपंच रामनिवास रायल, पूर्व कैप्टेन रुपाराम, पूर्व सैनिक देवाराम एवं अन्य कई पूर्व सैनिकों तथा मार्बल व्यवसाई दीनाराम डूडी एवं भूराराम सहित कई गणमान्य लोगों ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर शहीद की पत्नी एवं वीरांगना गोगी देवी, शहीद की मां करीब सौ वर्षीय चूंकी देवी, उनके पुत्र तिलोकराम एवं रामूराम, शहीद के भाई मनरुपाराम , शहीद की बहु सुनीता एवं सरोज सहित परिवार के सदस्यों के अलावा रिश्तेदार एवं थेबड़ी गांव के अलावा आस पास के गांवों के कई लोगों ने शहीद को नमन किया। इस अवसर पर प्रसादी एवं रात्रि जागरण कार्यक्रम भी किया गया। उनकी वर्षगांठ पर हर वर्ष मेला जैसा लगता और इसमें आने वाले युवा उनकी शहादत से प्रेरणा पाते हैं। यहां युवा शहीद की बरसी के अलावा भी अन्य दिन भी आकर उन्हें नमन करते हैं। उल्लेखनीय है कि कारगिल युद्ध में सूबेदार भंवर लाल भाकर ने हाथ में गोली लगने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और अपने साथियों का हौंसला बढ़ाते हुए 24 साल पहले 12 जून की रात दुर्गम तोलोलिंग पहाड़ी को फतह कराकर ही आखिरी सांस ली थी। तोलोलिंग फतेह होने के बाद साथियों के साथ जब भंवर लाल खुशी में झूम रहे थे तभी इस बीच कहीं दूर छिपे घुसपैठिये ने टेलीस्कोप से निशाना साधकर भंवरलाल को निशाना बना लिया जिसमें वह शहीद हो गए।...////...
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