12-Jul-2023 08:43 PM
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पटना 12 जुलाई (संवाददाता) बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज आह्वान किया कि शिक्षक भर्ती, भ्रष्टाचार और बिगड़ती कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर भाजपा की ओर से 13 जुलाई को आहूत विधानसभा मार्च में आम लोग अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों, ताकि अहंकारी सत्ता को जनता की भावना और संगठित शक्ति का एहसास कराया जा सके।
श्री मोदी ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि श्री तेजस्वी यादव ने कैबिनेट की पहली बैठक में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का जो वादा किया था, वह धोखा साबित हुआ। कैबिनेट की 50 बैठकों के बाद एक भी युवा को नौकरी क्यों नहीं मिली । उन्होंने कहा कि राजद ने अपने घोषणा पत्र में "समान काम के लिए समान वेतन " का जो वादा किया था, वह भी धरा रह गया।
भाजपा सांसद ने कहा कि इस वादे को ताख पर रख कर महागठबंधन सरकार ने शिक्षक भर्ती के लिए ऐसी नियमावली बनायी है कि अब एक विद्यालय में एक ही विषय को पढाने वाले तीन शिक्षकों के तीन वेतनमान होंगे । उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए और टीइटी-एसटीइटी पास जिन अभ्यर्थियों को सरकार केवल आश्वासन दे रही थी, उन्हें अब अविलम्ब नियुक्ति पत्र दिया जाए।
श्री मोदी ने कहा कि श्री नीतीश कुमार ने अगर भ्रष्टाचार से समझौता नहीं किया है, तो नौकरी के बदले जमीन मामले में आरोपपत्र दाखिल होने के बाद उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का इस्तीफा क्यों नहीं लिया । उन्होंने कहा कि श्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से हाथ मिलाने के 11 महीनों में ही जंगलराज-2 का एहसास करा दिया। कानून -व्यवस्था की स्थिति चौपट है और प्रतिदन औसतन तीन हत्याएं हो रही हैं।...////...