18-Sep-2023 10:32 PM
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नयी दिल्ली, 18 सितंबर (संवाददाता) सभी विमानन नियामक प्राधिकरणों को एक ही जगह लाकर उनके बीच बेहतर समन्वय के उद्देश्य से नागर विमानन मंत्रालय ने दिल्ली के सफदरजंग हवाई अड्डे पर एक एकीकृत कार्यालय परिसर ‘उड़ान भवन’ तैयार किया है जिसका सोमवार को केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उद्घाटन किया।
राजीव गांधी भवन के समीप स्थित इस भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा नागर विमानन राज्यमंत्री जनरल (डॉ.) विजय कुमार सिंह और नागर विमानन मंत्रालय में सचिव वुमलुनमंग वुअलनाम भी उपस्थित थे।
इस नवनिर्मित उड़ान भवन में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए), नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस), विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) और विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (एईआरए) के कार्यालय होंगे। ये चारों विभाग नियामक प्राधिकरण होने के नाते नागर विमानन के क्षेत्र में मानकों के अनुसार नियमों एवं विनियमों के निर्माण व कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह भवन इन चारों प्राधिकरणों के बीच बेहतर समन्वय की सुविधा प्रदान करेगा।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) देशभर में विभिन्न हवाई अड्डों पर निर्माण, संचालन, एटीसी एवं सीएनएस सेवाएं प्रदान करने तथा रखरखाव के लिए जिम्मेदार प्रमुख हवाई अड्डा ऑपरेटर है।
श्री सिंधिया ने इसके साथ ही इस अवसर पर प्रायोगिक ई-वॉलेट सुविधा भारतकोष पोर्टल का शुभारंभ भी किया। यह ई-वॉलेट विभिन्न नियामक अनुमोदनों के लिए शुल्क की प्रोसेसिंग में विशेष रूप से उपयोगी होगा। यह एक प्रीपेड वॉलेट के रूप में कार्य करेगा। प्रारंभ में, धनराशि का समावेश के लिए केवल एनईएफटी/आरटीजीएस मोड की अनुमति होगी। उपयोगकर्ता तुरंत रसीद और चालान भी पा सकेंगे।
इस अवसर पर केन्द्रीय नागर विमानन तथा इस्पात मंत्री सिंधिया ने कहा, “आज एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि हम न केवल उड़ान भवन का उद्घाटन कर रहे हैं बल्कि भारतकोष पोर्टल का भी उद्घाटन कर रहे हैं जो एक प्रीपेड वॉलेट के रूप में कार्य करेगा। यह पोर्टल हमारे नागर विमानन मंत्रालय के माध्यम से अपेक्षाकृत तेज, तत्पर एवं अधिक सुरक्षित भुगतान प्रणाली को संभव बनाएगा।”
उन्होंने कहा, “कामकाज का एक स्वस्थ वातावरण अपने साथ बहुत सारी सकारात्मकता लाता है, उत्पादकता बढ़ाता है और आराम में वृद्धि करता है। यह कार्यस्थल का वातावरण ही है जो वास्तव में विचारों को ठोस कार्रवाई में परिणत करता है। सरकार एक अधिक सक्रिय समस्याओं का निवारण करने वाली एवं परिवर्तन का वाहक बन गई है जो आकांक्षी भारत को दुनिया के विकास का वाहक बनने के लिए परिवर्तित कर रही है।”
केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि नया भवन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘संकल्प से सिद्धि’ के आह्वान का प्रतीक है। यह न केवल पर्यावरण एवं स्थिरता की दृष्टि से 21वीं सदी के मानकों को पूरा करता है, बल्कि इसमें खुलापन एवं सभी आवश्यकताओं को पूरा करने वाली सभी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
इस उद्घाटन के अवसर पर, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा नागर विमानन राज्यमंत्री जनरल (डॉ.) वी.के. सिंह ने कहा, “भारतकोष पोर्टल और उड़ान भवन का उद्घाटन एक ऐतिहासिक कदम है।”
नागर विमानन मंत्रालय में सचिव वुमलुनमंग वुअलनाम ने कहा, “उड़ान भवन सभी संगठनों को एक ही छत के नीचे एक साथ काम करना संभव बनाएगा और इससे बेहतर समन्वय स्थापित होगा।”
नए एकीकृत कार्यालय परिसर में जमीन के ऊपर जी+3 तल निर्मित हैं और शेष तीन तल बेसमेंट के रूप में हैं और इनमें 1270 अधिकारियों के बैठने का इंतजाम हो सकता है। इस भवन का कुल निर्मित क्षेत्रफल 71257 वर्गमीटर है और यह परियोजना कुल 374.98 करोड़ रुपये की लागत से पूरी हुई है।
उड़ान भवन आधुनिक सम्मेलन कक्ष, एवी सिस्टम, आईटी से संबंधित बुनियादी ढांचे, पार्किंग प्रबंधन प्रणाली, योग कक्ष, क्रेच सुविधा, ईवी चार्जिंग आदि से सुसज्जित है।...////...