29-Dec-2024 11:39 AM
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नयी दिल्ली 29 दिसंबर (संवाददाता) इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल), रोबोटिक्स और ऑटोमेशन जैसी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के विनिर्माण परिदृश्य को नया रूप देने के बीच भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने इनको अपनाने में विशेषकर छोटे और मध्यम उद्यमों के पास आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए साझा प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित करने, प्रौद्योगिकी के लिए बजट आवंटन बढ़ाने, उद्योग-अकादमिक सहयोग को मजबूत करने और स्मार्ट विनिर्माण को व्यापक रूप से अपनाने के लिए सहायक नीतियों को लागू करने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी को बढ़ावा देने की सिफारिश की है।
सीआईआई ने भारत के विनिर्माण क्षेत्र पर स्मार्ट प्रौद्योगिकियों के परिवर्तनकारी प्रभाव पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने ऐतिहासिक विनिर्माण प्रतिस्पर्धात्मकता अध्ययन का दूसरा भाग जारी किया है। ‘स्मार्ट विनिर्माण: भारत की संभावनाओं को खोलना’ शीर्षक वाली इस रिपोर्ट में इस क्षेत्र के चल रहे डिजिटल परिवर्तन और निकट भविष्य में विनिर्माण सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) हिस्सेदारी को 25 प्रतिशत तक बढ़ाने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया है।...////...