मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश तकनीकी उद्यमिता में भविष्य का प्रतिनिधित्व करने के लिये तैयार हो रहा है। प्रदेश अब देश की विकास यात्रा में सहभागी रह कर नित नये अध्याय लिख रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन पर आधारित राज्य सरकार की नीतियाँ, संस्थागत सहयोग और निवेशक-हितैषी ईकोसिस्टम राज्य के टियर-2 शहरों को भी विकास यात्रा में अग्रणी बनाने को तैयार है। ड्रोन, सेमीकंडक्टर, आईटी, एवीजीसी-एक्सआर और स्पेस-टेक जैसे क्षेत्रों में तेज़ी से प्रगति के लिए विशेष नीतियां बनाई गईं हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देशन में हुए क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय निवेश सम्मेलनों से प्रदेश निवेश का हब बन रहा है। उद्यमियों में मध्यप्रदेश के ‘ईज ऑफ डूइंग बिजिनेस’ पर्यावरण में बढ़ता विश्वास आने वाले दशक को मध्यप्रदेश के लिये ‘एक्ज़ीक्यूशन डिकेड’ बना रहा है।
देश की विकास यात्रा महानगरों से टियर-2 शहरों की ओर बढ़कर नए औद्योगिक और तकनीकी अध्याय लिख रही है। मध्यप्रदेश इस परिवर्तन की अगुवाई करते हुए देश के उभरते ‘टेक्नोलॉजी पावरहाउस’ के रूप में स्थापित हो रहा है। फरवरी 2025 में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के बाद राज्य को ₹2,500 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इससे रोजगार के 30 हजार से अधिक अवसर सृजित होंगे।