मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को दिल्ली में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से भेंट कर विक्रमोत्सव के शुभारंभ के लिए आमंत्रित किया। विक्रमोत्सव आगामी 30 मार्च को गुड़ी पड़वा के दिन से प्रारंभ होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि गुड़ी पड़वा विक्रम संवत परिवर्तन का दिन है और वर्षों से इसका आयोजन मध्यप्रदेश में किया जाता है। मुख्यमंत्री ने उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य के शासनकाल के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि उन्होंने आदिकाल में ही गणराज्य की स्थापना की और उनका शासनकाल न्याय, पराक्रम और सुशासन के लिए जाना जाता है। उनके मंत्रिमंडल को सिंहासन बत्तीसी के नाम से जाना जाता है। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि आगामी 12, 13 और 14 अप्रैल को नई दिल्ली में विक्रमोत्सव का आयोजन किया जाएगा। राज्य शासन का ध्येय है कि युवा पीढ़ी विक्रमादित्य के सिद्धांतों को पढ़े, समझे और अंगीकार करें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि इसी दिन से जल गंगा अभियान पूरे प्रदेश में शुरू किया जाएगा जो 3 महीने तक चलाया जाने वाला है। उन्होंने बताया कि इसी समय विक्रम विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का भी आयोजन किया जाना है।