22-Aug-2021 01:00 PM
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भोपाल । प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता एवं पूर्व महापौर श्रीमती विभा पटेल ने कहा है कि राजधानी परियोजना (सीपीए) को समाप्त करने की मुख्यमंत्री द्वारा जो घोषणा की गई वह केवल मुद्दों से ध्यान भटकाने की एक और कोशिश है। यदि जनसमस्याओं का सही मायने में निराकरण करने की मंशा है तो सड़कों के घटिया निर्माण कार्यों पर रोक लगना चाहिए।
श्रीमती पटेल ने कहा कि जहां एक ओर तो संपत्तिकर वेहिसाब बढ़ा दिया गया है, वहीं स्मार्ट सिटी के नाम पर जनता के पैसों की जो बर्बादी हो रही है उसका सरकार के पास कोई हिसाब नहीं है। केवल सीपीए बंद करने से समस्याओं का हल नहीं निकलेगा। शहर के विकास के लिये विभिन्न एजेंसियों की आवश्यकता होती है जो शहर में अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का विभिन्न क्षेत्रों में निर्वहन करती हैं। स्मार्ट सिटी के जो करोड़ों रूपये सौंदर्यकरण के नाम पर खर्च हो रहे हैं उसे मूलभूत सुविधाओं के विकास पर खर्च होना चाहिए था। मात्र सौंदर्यकरण से शहर स्मार्ट नहीं होते। मूलभूत सुविधाएं, अच्छी सड़कों का निर्माण, उचित ड्रेनेज की आवश्यकता हर शहर में होती है। स्मार्ट सिटी योजना को जो अरबों रूपयों का फंड आवंटित किया गया है, उसका उपयोग यदि गुणवत्ता के साथ होता तो भोपाल शहर की तस्वीर कुछ ओर ही होती। भाजपा अपनी असफलता और नाकामियों को छिपाने के लिये शगूफेबाजी तो करती है पर यथार्थ के धरातल पर नागरिकों की समस्याओं का निराकरण नहीं होता।
श्रीमती पटेल ने सवाल किया कि सीपीए बंद की घोषणा से क्या हल निकलेगा? यदि शहरों की उखड़ी सड़कों के गड्डे भरवा दिये जाते अथवा जिन एजेंसियों द्वारा भाजपा राज में ऐसी घटिया सड़कों का निर्माण किया गया है उन्हीं एजेंसियों को सड़कों की मरम्मत कर उन्हें दोबारा बनाये जाने के निर्देश जारी करते तो ज्यादा बेहतर होता।
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