26-Nov-2022 01:53 PM
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ला नूसिया, 26 नवंबर (संवाददाता) आईबीए यूथ मुक्केबाजी चैंपियनशिप में विश्वनाथ सुरेश, वंशज और देविका सत्यजीत ने भारत के लिये स्वर्ण पदक जीते, जबकि दो भारतीय मुक्केबाजों ने रजत पदक हासिल किये हैं।
विश्वनाथ ने शुक्रवार को यहां 48 किग्रा के फाइनल में फिलीपींस के रोनेल सुयोम को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। दोनों खिलाड़ियों ने फुर्ती के साथ एक-दूसरे पर मुक्के बरसाये, लेकिन विश्वनाथ ने मुकाबला 4-1 से जीत लिया।
विश्वनाथ ने जीत के बाद कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि मुझे स्वर्ण मिला। यह मेरा आखिरी यूथ टूर्नामेंट है। मेरे माता-पिता, मेरे गांव वाले और मेरा समर्थन करने वाले सभी लोग बहुत खुश होंगे। प्रतिद्वंदी से अच्छा टक्कर मिली थी, लेकिन टूर्नामेंट के पहले चरण में मैं इससे भी कठिन मुकाबलों का सामना कर चुका था।”
देविका सत्यजीत ने महिलाओं के 52 किग्रा फाइनल में इंग्लैंड की लौरेन मैकी को हराकर देश को दूसरा स्वर्ण दिलाया। देविका ने अपनी ब्रिटिश प्रतिद्वंदी को हावी होने का कोई मौका नहीं दिया और एकतरफा मुकाबला जीत लिया। उन्होंने जीत के बाद यह पदक अपने पिता और अपने कोच को समर्पित किया।
दूसरी ओर, वंशज ने भारत का तीसरा स्वर्ण जीतने के लिये पुरुषों के 63.5 किग्रा फाइनल में जॉर्जिया के डिमुर कजाइया को शिकस्त दी। वंशज ने जीत के बाद कहा, “मुझे अपने देश पर बहुत गर्व महसूस हो रहा है। मैं पोडियम पर अपना राष्ट्रगान सुनने के लिए इस पल का इंतजार कर रहा हूं। यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा पल होगा। मैं पहली बाउट से बहुत आश्वस्त था। मेरा मुख्य ध्यान स्वर्ण पदक पर था।”
इसी बीच, आशीष ने पुरुषों के 54 किग्रा फाइनल में जापान के युता सकाई से हारने के बाद रजत पदक से संतोष किया। शुरुआती दो राउंड के बाद मुकाबला बराबरी पर था लेकिन निर्णायक राउंड में सकाई ने सफल हमले करते हुए स्वर्ण जीत लिया।
भावना ने महिलाओं के 48 किग्रा फाइनल में भारत के लिये दूसरा रजत हासिल किया। फाइनल में उनका सामना उज़्बेकिस्तान की गुल्सेवर जनीएवा से था। जनीएवा ने दूसरे राउंड में सर्वसम्मत बढ़त बनाने के बाद भावना को वापसी का कोई अवसर नहीं दिया।
भारतीय मुक्केबाज अब तक यूथ चैंपियनशिप 2022 में तीन स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य सहित नौ पदक जीत चुके हैं।...////...