03-Sep-2021 11:52 AM
4616
बिहार के बगहा जिले में एक ऐसा भी थाना है, जहां 4 साल में लूट, हत्या, डकैती, चोरी जैसे गंभीर अपराध का एक भी केस दर्ज नहीं हुआ। यहां न तो अफसर के पास कोई फरियाद लेकर जाता है और न ही कोई अफसर यहां पर निरीक्षण को पहुंचता है। पिछले 4 साल में इस थाने में महज 27 केस दर्ज हुए, वह भी छोटे-मोटे यानी हल्की धाराओं के हैं।
सिर्फ इतना ही नहीं, अब तक इस थाना क्षेत्र में दहेज के लिए कोई भी लड़की नहीं मरी। न ही यहां के लोग दहेज मांगते हैं। बगहा मुख्यालय के इस थाने तक पहुंचने के लिए आपको 22 पहाड़ी नदियां पार करनी होगी। आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है? वास्तव में क्या ऐसा थाना है? अगर है तो कौन सा? जी, हां यह बिल्कुल सही है, ऐसा थाना है बगहा के दोन में। इसका नाम है गोबरहिया थाना।
करीब 30 हज़ार की आबादी
दोन का यह क्षेत्र रामनगर प्रखंड के अंतर्गत आता है। इसमें 2 पंचायत हैं। इन दो पंचायत में 26 गांव हैं। हालांकि, यहां थारू समुदाय के लोग रहते हैं। वे इसे 22 मौजा कहते हैं। गोबरहिया थाने के अंतर्गत करीब 30 हजार की आबादी है। यहां के लोग कानून पर काफी आस्था रखते हैं। लेकिन, इनका एक अपना संविधान है, जो कि मौखिक है। उसी के तहत गांव के गुमास्ता ही सभी विवादों को सुलझाने का काम करते हैं। यहां के सभी विवादों को सर्वसम्मति से सुलझाया जाता है, जिसमें गुमस्ता की अहम भूमिका होती है। यहां गुमस्ता को सर्वोपरि माना गया है। गुमास्ता को गांव के ही लोग मिलकर चुनते हैं। वह गांव का प्रभावशाली शख्स होता है। उसके आदेश और निर्देश को लोग मानते हैं।
1990 में बना थाना
1986 से लेकर 1990 तक यह थाना गोवर्धना थाने की चौकी हुआ करता था। चारों तरफ से जंगल से घिरे होने के कारण इस क्षेत्र में 90 के दशक में डाकुओं का खौफ था। इसी कारण से 1990 के बाद इसे थाने में तब्दील कर दिया गया।
बगहा पुलिस जिला के FIR के आंकड़े
चार साल के आंकड़े पर गौर करें तो बगहा पुलिस जिला के 19 थानों में 9269 एफआईआर दर्ज हुई। वहीं गोबरिया थाना में 27 मामले दर्ज हुए हैं।
बगहा पुलिस जिला में 2018 में 2,456 तो गोबरिया थाने में 5 मामले दर्ज हुए।
2019 में पुलिस जिला में 2,476 तो गोबरिया थाने में 8 मामले दर्ज हुए थे।
2020 में पुलिस जिला में 3,008 तो गोबरिया थाने में 8 मामले दर्ज हुए थे।
2021 में अब तक 1,329 तो गोबरिया थाने में 6 मामले दर्ज हुए।
बाढ़ में खड़ी हो जाती है थाने की गाड़ी, टैक्टर से चलते हैं पुलिसवाले
यहां पहुंचने के लिए 22 नदियों को पार करना पड़ता है। इसके लिए ट्रैक्टर का सहारा लेना पड़ता है। जब भी थाना के कर्मियों को बाहर जाना होता है तो वे लोग ट्रैक्टर का ही सहारा लेते हैं। थाने की गाड़ी 4 महीने तक बिल्कुल खड़ी रहती है।
cases..///..22-hills-will-reach-across-rivers-only-27-cases-in-4-years-315018