12-Jul-2023 06:46 PM
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नयी दिल्ली, 12 जुलाई (संवाददाता) अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में घरेलू कामगारों के अधिकारों के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए श्रमिक संघों, उद्याेग संघों और नागरिक संगठनों के साथ मिलकर ‘दिल्ली मेट्रो ’ जन अभियान शुरू किया है।
आईएलओ ने बुधवार को यहां बताया कि दिल्ली मेट्रो अभियान “ डोमेस्टिक वर्क इज केयर वर्क ” की शुरुआत भारत में संयुक्त राष्ट्र के स्थानीय समन्वयक शोम्बी शार्प ने दिल्ली मेट्रो के सुलतान पुर मेट्रो स्टेशन से मंगलवार को की। इस अवसर पर भारत में आईएलओ के उप निदेशक सतोषी सासाकी और भारत में कनाडा के उच्चायुक्त भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर लगभग 50 व्यक्तियों के एक समूह ने जोरबाग मेट्रो स्टेशन तक की यात्रा भी की।
श्री शार्प ने कहा कि सभी मनुष्य देखभाल पर निर्भर हैं तथा देखभाल करने वाले और देखभाल सेवा लेने वाले समाज के हिस्सा हैं। घरेलू स्तर करने वाले कामगार ज्यादातर महिलायें हैं और उन्हें मान्यता, उचित मानदेय या सुरक्षा नही मिलती है। आईएलओ का यह अभियान घरेलू कामगारों के योगदान को मान्यता देने का एक कदम है। ये कामगार घर में और अर्थव्यवस्था में व्यापक स्तर पर योगदान देते हैं। उन्होंने कहा, “ क्यूंकि घरेलू काम, देखभाल का काम है। ” आईएलओ ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य दिल्ली मेट्रो में यात्रा करने वाले यात्रियों विशेषकर महिलाओं और लड़कियों तक पहुंचना है और उन्हें घरेलू कामगारों के अधिकारों के संबंध में आईएलएल के समझौते 189 के संबंध में जागरुक करना है। इस समझौते में घरों काम करने वाले कामगारों को सहायक कामगार माना गया है।
घरेलू कामगार सर्वाधिक वंचित कामगार हैं जाे निजी घरों में काम करते हैं। उनके काम की शर्ते अनिश्चित होती हैं और उनकी सेवा अक्सर अनदेखी रहती हैं। इनमें अधिकतर प्रवासी या वंचित समुदाय से होते हैं।...////...