09-Oct-2023 07:18 PM
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नयी दिल्ली, 9 अक्टूबर (संवाददाता) शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर नवीनतम आवधिक आंकड़ों के अनुसार, 2023 की अप्रैल-जून अवधि के दौरान घटकर 6.6 प्रतिशत हो गई, जो पिछले वर्ष के समान महीनों में 7.6 प्रतिशत थी।
राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) द्वारा सोमवार को श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) डेटा की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा,“इस अवधि के दौरान पुरुषों के लिए यह 7.1 प्रतिशत से घटकर 5.9 प्रतिशत हो गई और महिलाओं के लिए यह 9.5 प्रतिशत से घटकर 9.1 प्रतिशत हो गई।”
शहरी क्षेत्रों में प्रमुख श्रम बाजार संकेतकों में महामारी से पहले की अवधि की तुलना में सुधार देखा गया। महामारी से पहले की अवधि के दौरान 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर 7.8 प्रतिशत से 9.7 प्रतिशत तक थी।
शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) अप्रैल-जून 2022 में 47.5 प्रतिशत से बढ़कर अप्रैल-जून 2023 में 15 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए 48.8 प्रतिशत हो गई। जहां इस अवधि के दौरान पुरुषों के लिए यह 73.5 प्रतिशत के आसपास रहा, वहीं महिलाओं के लिए एलएफपीआर इस अवधि के दौरान 20.9 प्रतिशत से बढ़कर 23.2 प्रतिशत हो गया।
एलएफपीआर को जनसंख्या में श्रम बल (यानी काम करने वाले या काम की तलाश करने वाले या उपलब्ध) व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है। 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) में भी वृद्धि की प्रवृत्ति देखी गई।
पंद्रह वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए शहरी क्षेत्रों में डब्ल्यूपीआर अप्रैल-जून 2022 में 43.9 प्रतिशत से बढ़कर अप्रैल-जून 2023 में 45.5 प्रतिशत हो गया। पुरुषों के लिए, यह इस अवधि के दौरान 68.3 प्रतिशत से बढ़कर 69.2 प्रतिशत हो गया और महिलाओं के लिए इस अवधि के दौरान 18.9 प्रतिशत से बढ़कर 21.1 प्रतिशत हो गया।
डब्ल्यूपीआर जनसंख्या में नियोजित व्यक्तियों के प्रतिशत को संदर्भित करता है।...////...