23-Aug-2023 11:55 PM
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जयपुर 23 अगस्त (संवाददाता) केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत ने जी-20 की अलग अलग शहरों में बैठकें करके इसे देश के कोने-कोने तक पहुंचाकर एक नया कीर्तिमान कायम किया वहीं इस दौरान पूरा देश एक सूत्र में बंधकर पूरे विश्व को एक संदेश दे पाया है कि भारत अब अंतर्राष्ट्रीय पटल पर कैसे अपना वर्चस्व बना रहा है।
श्री गोयल जी-20 के व्यापार एवं निवेश मंत्री समूह की जयपुर में गुरुवार एवं शुक्रवार को होने वाली बैठक से पहले बुधवार को मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व को एक नई सोच पूरी दुनिया एक परिवार है, परिवार का भविष्य हम सबका सामूहिक दायित्व है, इस विषय को लेकर जी-20 को भारत के कोने कोने तक पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि अलग अलग साठ शहरों में जी-20 बैठकें हुई और इस दौरान दो सौ बैठकें करके भारत ने एक नया कीर्तिमान स्थपित किया है। यह पहली बार है कि इतनी व्यापक रुप में बैठके की गई और देश के 140 करोड़ लोगों ने जी-20 का अनुभव लिया और एक प्रकार से उसे अपनाया है।
उन्होंने कहा कि इस दौरान पूरा देश एक सूत्र में बंधकर पूरे विश्व को एक संदेश दे पाया कि भारत अब अंतर्राष्ट्रीय पटल पर कैसे अपना वर्चस्व बना रहा है और नेतृत्व करते हुए कई कीर्तिमान जी-20 की अध्यक्षता के दौरान स्थापित किए है। श्री गोयल ने कहा कि वाणिज्य एवं निवेश संबंधित जो समूह है उसे कैसे बढ़ावा दिया जाये, कम विकसित देशों को नये मौके मिले, इसके लिए पांच प्रमुख विषयों को लेकर जी-20 की अध्यक्षता को आगे बढाया है। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व आगे बढ़े और विश्व की प्रगति, समृद्धि एवं विकास के लिए कैसे वाणिज्य अपना रोल अदा करें, कैसे वाणिज्य के माध्यम से हम विश्व स्तरीय सप्लाई चेंज यानि मित्रों देशों के बीच ऐसी सप्लाई चेंज बनाई जाये जो ऐसे रास्ते खोजे, जो बड़ी विपरीत परिस्थितियों में वाणिज्य को अड़चने नहीं आने दे और वाणिजय को तेज गति से बढ़ने का काम करे।
उन्होंने कहा कि सूक्ष्म ,लघु एवं मध्यम उद्योग को कैसे विश्व के वाणिज्य के साथ जोड़ा जाये एवं किस प्रकार आधारभूत सुविधाए ऐसी बनाये जाये जो वाणज्य को और गति दे। श्री गोयल ने कहा कि विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में क्या परिवर्तन करने से विश्व का व्यापार सरल हो, विश्व व्यापार पारदर्शी हो, सभी देशों को समान अवसर मिले, छोटे व्यापारी, कारीगर, किसान, हथकरघा, मधुआरे सभी क्षेत्रों को कैसे आगे बढ़ाया जाये और इसकी खोज में जी-20 प्रयास कर रहा है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि डब्ल्यूटीओ को और आधुनिक बनाया जाये, आज की परिस्थिति के हिसाब से उसमें कुछ बदलाव की आवश्यकताओं के मद्देनजर भारत एक अहम भूमिका निभायेगा। उन्होंने कहा कि अलग अलग देशों की विकास दर एवं विकास की स्थिति है। अपने अपने विकास के स्तर के हिसाब से अलग अलग देशों के ऊपर संतुलन लाया जाये और जिम्मेदारी ठहराई जाये, यह प्रमुख हिस्सा होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सबकी आम सहमति से निर्णय होना चाहिए और यह अहम मुद्दा है कि जब डब्ल्यूटीओ बना था, भारत चाहता है कि डब्ल्यूटीओ इस पर कायम रहे और नियमानुसार उसमें बदलाव एवं आधुनिक भी हो।
भारत का भविष्य को लेकर किए गए सवाल पर श्री गोयल ने कहा कि भारत का भविष्य उज्जवल है, भारत के भविष्य में कोई गरीबी नहीं होगी। श्री मोदी ने दूरगामी सोच के साथ जो नींव रखी है,उस पर देश तेज गति से प्रगति एवं विकास करेगा। भारत पर विश्व की नजरे टिकी हुई है और भारत विश्व की अर्थ व्यवस्था को बल एवं संबल देगा और उसे आगे बढायेगा।
श्री गोयल ने कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व में हर अहम मद्दे पर एक आवाज बनकर कम विकसित एवं विकिसत देशों के बीच समन्वय बैठाने का काम करेंगे। भारत का भविष्य विश्व शक्ति बनेगा और फिर एक बार सोने की चिड़िया के रुप में विश्व में पहचाना जायेगा। उन्होंने कहा कि देश में साढ़े तीन ट्रिलियन इकानोमी है और वर्ष 2047 में जब देश आजादी के सौ वर्ष मनायेगा तब देश की इकानोमी 35 ट्रिलियन डालर से अधिक होगी जो आज से दस गुना बढ़ी अर्थ व्यवस्था के रुप में भारत विश्व शक्ति बनकर उभरेगा।...////...