भारत में एक करोड़ 40 लाख मिर्गी रोगी-मेहन्दीरत्ता
13-Feb-2023 08:12 PM 3638
जयपुर 13 फरवरी (संवाददाता) भारत में वर्तमान में एक करोड़ 40 लाख मिर्गी के रोगी है जबकि विश्व में इसके छह करोड़ रोगी है। महात्मा गांधी अस्पताल में ऐपीलेप्सी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रेसीडेन्ट प्रो डॉ मन मोहन मेहंदीरत्ता (नई दिल्ली) ने अन्तरराष्ट्रीय मिर्गी दिवस के अवसर पर यहां आयोजित स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए यह जानकारी दी। डॉ मेहंदीरत्ता ने कहा कि यह मतिष्क रोग है। जब मतिष्क में विद्युत की तरंगों का प्रवाह अधिक बढ़ जाता हैं तो मिर्गी रोग हो जाता है। मिर्गी रोग दो प्रकार का होता है। पूर्व ऐपीलेप्सी और पार्शल ऐप्पीलेप्सी। उन्होंने कहा मिर्गी के रोगी यदि नियमानुसार दवा ले तो ठीक हो सकता है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अस्पताल के एमेरिटस चेयरपर्सन प्रो डॉ एम एल स्वर्णकार ने कहा कि महात्मा गांघी अस्पताल में गंभीर मिर्गी रोगियों के लिए सर्जरी की भी अत्याधुनिक तकनीक से सुविधा जारी है। मिर्गी रोगियों का अत्याधुनिक तकनीक से उपचार किया जाएगा। अस्पताल में अलग से ऐप्पीलेप्सी क्लिनिक भी जारी है। कार्यक्रम के संयोजक एवं न्यूरोलोजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ आर के सुरेका ने कहा कि अस्पताल में गर्भकालीन महिला मिर्गी रोगियों के लिए ऐप्पीलेप्सी रजिस्ट्री क्लिनिक भी जारी है। उनका पंजीयन किया जाता है। मिर्गी रोगियों का अस्पताल में प्रत्येक शुक्रवार को निःशुल्क परामर्श किया जाता है। उन्होंने कहा राजस्थान के चूरू जिले में प्रति हजार में से तीन एवं राजधानी जयपुर में प्रति हजार में एक मिर्गी रोगी है। डॉ सुरेका ने बताया कि मिर्गी रोग कोई देवीय प्रकोप नहीं। यह स्नायु रोग की बीमारी है। मिर्गी का दौरा आने पर रोगी को मूहं में चम्मच नहीं डालना चाहिए, जूता नहीं सुंघाना चाहिए। इस अवसर पर इंटरवेंशनल न्यूरोलोजिस्ट डॉ गौरव गोयल सहित अन्य चिकित्सकों ने अपने अनुभव शेयर किए। इस अवसर पर मिर्गी को जानों पोस्टर प्रतियोगिता एवं मिर्गी रोग के लक्षण एवं उपचार से जुड़ी प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया।...////...
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