29-Oct-2021 10:42 AM
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रांची । मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह पूरे देश में अपने आप में अनूठा कार्यक्रम है, जहां आदिवासी समाज की परंपरा और संस्कृति से रूबरू होने के अवसर प्राप्त होते हैं। जनजातीय समाज अपनी सभ्यता, संस्कृति और परंपरा को भौतिकवादी युग में बचाने के लिए संघर्षरत है। ऐसे में इस कार्यक्रम से जनजाति वर्ग को एक नई ऊर्जा मिलेगी और वे अपनी सभ्यता एवं संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रख सकेंगे। यह सिर्फ नृत्य महोत्सव नहीं, बल्कि ऐसे वर्गों के लिए सम्मान है, जो शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े रहे हैं। यह पूरे देश और विदेश के लिए संदेश है कि अगर हम चाहें तो यह वर्ग हमारे साथ कदम से कदम मिला कर चल सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातियों के नाम पर विभाग तो बन जाते हैं लेकिन इसके समुचित लाभ से समुदाय वंचित रह जाता है। उन्होंने कहा कि मैं भी आदिवासी समाज से आता हूं। किस तरह से इस जगह पर पहुंचा हूं, यह बहुत बड़ी चुनौती रही है मेरे लिए। आज मुझे आपके बीच मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का मौका मिला। भरोसा करें, अगर मैं झारखंड का मुख्यमंत्री नहीं भी रहता तो इस कार्यक्रम में अवश्य आता। इससे पूर्व यहां के कलाकारों ने उन्हें गौर सींग और मांदर देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत आदि मौजूद थे।
क्रय शक्ति बढ़ाने की दिशा में हो काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति के आसपास रहता है। खेत, खलिहान, पशु और वनोपज ही इनका धन है। छत्तीसगढ़ शासन वनोपज में एमएसपी देकर ऐसे समुदाय को मदद कर रही है, जो सराहनीय है। गांव समृद्ध होगा तभी राज्य और देश का विकास हो सकता है। ग्रामीणों की क्रय शक्ति बढ़ाने और देश के वंचित, पिछड़ों, गरीबों के उत्थान की दिशा में कार्य होना चाहिए।
झारखंड की खेल प्रतिभाओं का किया जिक्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की आदिवासी समुदाय की ब'िचयां खेल के क्षेत्र में अपना जौहर दिखा रहीं हैं। हाकी की राष्ट्रीय टीम में झारखंड की सात ब'िचयां शामिल हुईं। यह सभी एक ही जिला से आती हैं। राज्य सरकार झारखंड में खेल की संभावनाओं को देखते हुए राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं की मेजबानी कर रही है। सरकार ने जनजातीय समाज के होनहार और प्रतिभाशाली ब'चों को सौ प्रतिशत अनुदान पर यूके भेजकर उ'च शिक्षा ग्रहण करने का अवसर प्रदान किया है। छह ब'चों को चयनित कर हम उ'च शिक्षा के लिए विदेश भेजने में सफल रहे हैं।
झारखंड के कलाकार भी देंगे प्रस्तुति
महोत्सव में विवाह संस्कार, पारंपरिक त्योहार, अनुष्ठान, फसल कटाई, कृषि एवं अन्य पारंपरिक विधाओं पर नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन होगा। प्रतियोगिता में झारखंड की ओर से विवाह संस्कार की विधा के तहत कड़सा, फसल कटाई के तहत उरांव एवं छऊ नृत्य की प्रस्तुति आदिवासी समुदाय के कलाकार करेंगे।
झारखंड के सीएम ने भूपेश से कहा- इस शो के एंकर तो आप ही हो गए हैं
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के उद्घाटन के दौरान गुरुवार को मंच पर जो कुछ हुआ, वह अनूठा था। सब कुछ तय कार्यक्रम के अनुसार चल रहा था, तभी अचानक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने सामने रखा माइक उठाया और बगल में बैठे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सवाल करने शुरू कर दिए। एक सधे हुए टीवी एंकर की तरह बघेल ने जब सवाल करना शुरू किया तो मंच पर मौजूद अन्य अतिथियों और दर्शकों के साथ ही सोरेन भी मुस्कुराए बिना न रह सके। सोरेन ने फौरन कहा भी, इस शो के एंकर तो आप ही हो गए हैं।
Tribal Festival..///..chief-minister-hemant-soren-participated-in-the-national-tribal-dance-festival-in-raipur-as-the-chief-guest-325614