11-Sep-2023 08:53 PM
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नयी दिल्ली 11 सितंबर (संवाददाता) केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय दिव्यांग जनों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए पांच नई पहल शुरू की है जिनमें दिव्यांग जनों की पंजीकरण प्रक्रिया, पहचान पत्र,अधिकार संरक्षण और रोजगार के अवसर प्रमुख हैं।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिक राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने सोमवार को यहां एक कार्यक्रम में इन पहलों की औपचारिक शुरुआत करते हुए कहा कि दिव्यांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) की ये पांच पहलें दिव्यांगता अधिकारों के परिदृश्य को नया आकार देंगी। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार विकास के क्षेत्र में और लोगों के कल्याण में नए प्रतिमान रच रही है। दिव्यांग जनों के कल्याण के लिए और उनके जीवन को सुगम्य बनाने के लिए नए-नए प्रयोग किया जा रहे हैं और उनके आधार पर नई योजनाएं और कार्यक्रम बनाए जा रहे हैं।
कुमारी भौमिक ने चंद्रयान-3 की सफलता और जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत ने एक परिवर्तनकारी यात्रा शुरू की है। अधिक समावेशी समाज की अपनी निरंतर कोशिश में, डीईपीडब्ल्यूडी ने महत्वपूर्ण साझेदारी बनाई है और स्थायी परिवर्तन लाने के लिए अभिनव प्रयोग शुरू किये हैं।
मंत्रालय के अनुसार वास्तुकला परिषद(सीओए) के साथ मिलकर बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर कार्यक्रमों में सार्वभौमिक पहुंच वाले पाठ्यक्रमों को अनिवार्य किया है। इस साझेदारी में वास्तु शिल्पियों और सिविल इंजीनियरों के लिए प्रमाणित पाठ्यक्रम का विकास करना है जिसमें निर्मित वातावरण में अभिगम्यता ऑडिट करने और मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करना शामिल होगा।
अनुसंधान के लिए यूडीआईडी पोर्टल के माध्यम से दिव्यांग जन संबंधित डेटा जारी किया है जिससे जिला स्तर पर भी दिव्यांगों के लिए योजना बनाने में मदद मिलेगी।
प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर चाहने वाले दिव्यांगों के लिए एक व्यापक डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में पीएम दक्ष पोर्टल बनाया गया है है, जो निर्बाध पंजीकरण, कौशल प्रशिक्षण विकल्प, नौकरी लिस्टिंग और सुव्यवस्थित प्रशासनिक प्रक्रियाओं के संबंध में है।
उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों के उल्लेखनीय निर्णयों को एक पुस्तिका में संकलित किया गया है जो दिव्यांग व्यक्तियों और दिव्यांगता के क्षेत्र में हितधारकों के लिए एक संदर्भ दिशा निर्देश का काम करती है।
दिव्यांग व्यक्तियों के लिए मुख्य आयुक्त ने दिव्यांग व्यक्तियों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों से निपटने के लिए आधुनिक आवेदन पत्र अपनाया है, जिससे पूरी प्रक्रिया पेपरलैस और दक्ष हो गई है, साथ ही निर्बाध ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने की सुविधा है।...////...