21-Feb-2022 08:58 PM
7554
जींद, 21 फरवरी (AGENCY) ‘जिंदगी प्यार का गीत है...‘, ‘जब प्यार किया तो डरना क्या...‘,‘लग जा गले कि फिर ये हसीं रात हो या ना हो...‘,‘तुझ से नाराज नहीं जिंदगी, हैरान हूँ..., ‘आज फिर जीने की तमन्ना है...‘ और ‘ए मेरे वत्न के लोगों, जरा याद करो कुर्बानी...‘ जैसे सदाबहार और अविस्मरणीय गीतों के माध्यम से स्वर कोकिला लता मंगेशकर को रविवार रात यहां श्रद्धांजलि दी गई।
स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर का छह फरवरी को निधन हो गया था। शहर की समाजसेवी संस्था सृष्टि फाउंडेशन ने उनकी याद में कल ‘एक शाम लता के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन रानी तालाब पर किया गया। इस कार्यक्रम में 18 कलाकारों ने लता जी के गाए यादगार गीतों को श्रोताओं के समक्ष पेश कर उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया।
सृष्टि फाउंडेशन के अध्यक्ष नितिन सिंगला ने इस अवसर पर कहा कि स्व. लता मंगेशकर का निधन भारतीय संगीत कला की एक कभी ना पूरी होने वाली क्षति है। उन्होंने कहा, “बेशक लता मंगेशकर आज हमारे बीच में नहीं है लेकिन उनके गाए नगमे हमेशा उनकी याद बन कर हमारे दिलों में छाए रहेंगे।...////...