हमारी सरकार गुरु नानक देव की शिक्षाओं पर चल रही है: केजरीवाल
27-Nov-2023 07:49 PM 9156
धुरी (संगरूर), 27 नवंबर (संवाददाता) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने देश भर के पवित्र स्थानों पर लोगों को ले जाने के लिये सोमवार को ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ की शुरुआत की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने यहां श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ की शुरुआत के बाद में जनसभा को संबोधित करते हुये श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के शुभ अवसर पर लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार महान गुरुओं के दिखाये रास्ते पर चल कर दिल्ली और पंजाब के लोगों की सेवा कर रही है। श्री केजरीवाल ने कहा कि आज उन लोगों की सुविधा के लिये महत्वपूर्ण योजना शुरू की जा रही है जो साधनों की कमी या किसी अन्य वजह से पवित्र तीर्थों की यात्रा नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि पिछले 75 सालों में कभी भी किसी सरकार ने लोगों की सुविधा के लिये यह योजना शुरू नहीं की। उन्होंने कहा कि यह बड़े गर्व और संतुष्टि की बात है कि दिल्ली में अब तक 80,000 से अधिक लोग इस योजना का लाभ ले चुके हैं। इस योजना पर जो पैसा ख़र्च किया जा रहा है, पिछली सरकारों द्वारा वही पैसा अपनी मौज-मस्ती पर खर्चा जाता था। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य हर क्षेत्र में क्रांति के नये युग की शुरुआत देख रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों के मुफ़्त इलाज के लिये आम आदमी क्लीनिक खोले गये हैं, राज्य के 20,000 स्कूलों की कायाकल्प की जा रही है और अब यह तीर्थ यात्रा योजना शुरु की गयी है। उन्होंने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि वह इस मुहिम का हिस्सा बनकर इस योजना की शुरुआत कर रहे हैं। श्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में इस योजना से जुड़े 80 फीसदी श्रद्धालु औरतें और बुज़ुर्ग नागरिक हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह योजना पंजाब के बुज़ुर्ग नागरिकों और अन्य को तीर्थ स्थानों के दर्शनों की सुविधा प्रदान करने में अहम साबित होगी। उन्होंने कहा कि सरकारी खजाने का एक-एक पैसा आम आदमी की भलायी पर ख़र्च किया जा रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि यह योजना गुरू साहिब की शिक्षाओं और फलसफे के मुताबिक है, जिन्होंने लोगों को आपसी-भाईचारे और अमन का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों ने किसी न किसी कारण अब तक इन धार्मिक स्थानों के दर्शन नहीं किये। श्री मान ने कहा कि श्रद्धालुओं को देश और राज्य भर के अलग-अलग धार्मिक स्थानों के दर्शन करवाने के लिए राज्य सरकार ने यह योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि आज अमृतसर से 300 श्रद्धालु, जालंधर से 220 और धूरी से 500 से अधिक श्रद्धालु इस रेल गाड़ी से श्री हजूर साहिब के दर्शन के लिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगामी तीन महीनों में 50 हज़ार से अधिक श्रद्धालु इस सुविधा का लाभ उठायेंगे। उन्होंने बताया कि इनमें से 13 हज़ार श्रद्धालु रेल गाड़ियों द्वारा जाएंगे और हरेक आठ दिनों के बाद चलने वाली इन 13 रेल गाड़ियों में से हरेक गाड़ी में एक हज़ार यात्री जायेंगे। श्री मान ने कहा कि बाकी श्रद्धालु बसों से सफऱ करेंगे और रोज़ाना 10 बसें चलेंगी, जिनमें से हरेक बस में 43 यात्री सवार होंगे। उन्होंने कहा कि किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए इन यात्रियों के साथ डॉक्टरों, वॉलंटियरों और अधिकारियों की एक टीम भी सफऱ करेगी। उन्होंने कहा कि यात्रियों के पहुँचने से पहले सभी प्रबंधों के लिये अधिकारियों की एक टीम पहले भेजी गयी है। उन्होंने कहा कि 75 साल से अधिक उम्र वालों को अपने साथ एक नौजवान को देखभाल के लिये लेकर जाने की इजाज़त होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना पहले मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व मे दिल्ली सरकार ने शुरू की थी। उन्होंने कहा कि अब इस योजना को पंजाब में लागू किया गया है और नजदीकी धार्मिक स्थानों के लिये वातानुकूलित बसें और दूर-दूराज के स्थानों के लिये रेल गाड़ियों की सुविधा दी गयी है। श्रद्धालुओं की यात्रा के लिये उनको वातानुकूलित कमरे और खाने-पीने की वस्तुयें भी मुहैया की जायेंगी। श्री मान ने कहा कि इन रेल गाड़ियों द्वारा श्रद्धालु श्री हजूर साहिब और श्री पटना साहिब, वारानसी, मथुरा, अजमेर शरीफ़ और अन्य स्थानों के दर्शन करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बसों के द्वारा श्रद्धालु श्री अमृतसर साहिब, श्री आनन्दपुर साहिब और श्री दमदमा साहिब, श्री वैष्णो देवी, माता चिंतपुर्नी जी, माता नैना देवी जी, माता ज्वाला जी, सालासर धाम, खाटू श्याम जी और अन्य स्थानों के दर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब एक धर्म-निरपेक्ष राज्य है, जहाँ नफऱत के अलावा अन्य हरेक तरह के बीज अंकुरित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह सांप्रदायिक सद्भावना, आपसी-भाईचारे, प्यार और अमन की धरती है। भगवंत सिंह मान ने यह भी कहा कि एक और बेमिसाल पहल के अंतर्गत राज्य सरकार ने लोगों को अनाज की घर-घर आपूर्ति की भी शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक राज्य के 37 हज़ार से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियां दी हैं, वह भी पूरी तरह मेरिट के आधार पर। उन्होंने कहा कि राज्य में 58 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ है, जिससे प्राइवेट सेक्टर में 2.98 लाख से अधिक नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियाँ बिल्कुल पारदर्शी तरीके से और नौजवानों की काबिलियत के आधार पर दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार के शासन के सफल मॉडल को पंजाब में दोहराया जा रहा है और यह लोगों के हित में है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसका मंतव्य किसी विशेष परिवार के बजाय राज्य के लोगों की भलायी को सुनिश्चित बनाना है। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग उनका परिवार हैं और उनकी सरकार का हर कदम राज्य और यहाँ के लोगों की भलाई को सुनिश्चित बनाना है। उन्होंने कहा कि विरोधी पक्ष के पास उनकी सरकार के विरुद्ध उठाने के लिये कोई मुद्दा नहीं है और वह अलग-अलग मुद्दों पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को इस गुमराह करने वाले प्रचार की ओर ध्यान न देकर रंगला पंजाब बनाने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों में सहयोग करना चाहिये। पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं ने अपने सरकारी पदों का दुरुपयोग करके अथाह दौलत एकत्र की और अपने लिये बड़े-बड़े महलनुमा घर बनाये हैं। उन्होंने बताया कि इन महलनुमा घरों की दीवारें तो ऊँची हैं, परन्तु दरवाज़े आम तौर पर लोगों के लिये हमेशा बंद ही रहते हैं। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने हमेशा लोगों से दूरी बनाकर रखी, जिसके निष्कर्ष के तौर पर राज्य निवासियों ने उनको सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया।...////...
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