26-Oct-2023 08:59 PM
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नयी दिल्ली 26 अक्टूबर (संवाददाता) सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने आज कहा कि अभूतपूर्व परिस्थितियों के चलते मौजूदा भू रणनीतिक परिदृश्य में नई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं जिससे विशेष रूप से हिन्द प्रशांत क्षेत्र में भारत की भूमिका बढ जाती है।
सेना प्रमुख ने गुरूवार को ‘चाणक्य रक्षा संवाद 2023’ के पूर्वावलोकन कार्यक्रम में प्रौद्योगिकी को भू राजनीतिक प्रतिस्पर्धा का नया रणनीतिक क्षेत्र करार देते हुए कहा कि इसे देखते हुए रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्रमुख जरूरत के रूप में उभरी है। उन्होंने कहा कि भारत का कद बढ़ने से मान्यता, अतिरिक्त जिम्मेदारियां, अवसर और चुनौतियां आती हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मौजूदा स्थिति में राष्ट्रीय हितों पर ध्यान दिया जाना सबसे पहली प्राथमिकता है।
आत्मानिर्भरता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए जनरल पांडे ने कहा कि हाल के संघर्षों से पता चलता है कि देश की सुरक्षा को न तो ‘आउटसोर्स’ किया जा सकता है और न ही दूसरों की उदारता पर निर्भर किया जा सकता है। आत्मनिर्भरता को बढावा देने के लिए सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों का जिक्र करते हुए उन्होंने सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची का उदाहरण देने के साथ साथ अनुसंधान एवं विकास बजट निर्धारित किये जाने , आयुध कारखानों के निगमीकरण, रक्षा निर्यात और रक्षा गलियारों की स्थापना पर जोर दिये जाने का उल्लेख किया।
चाणक्य रक्षा संवाद का पहला संस्करण 3 और 4 नवंबर को यहां मानेकशॉ सेंटर में आयोजित किया जाएगा। यह भारतीय सेना द्वारा आयोजित किया जाने वाला अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है।...////...