12-Jul-2023 09:34 AM
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उदयपुर, 12 जुलाई (संवाददाता) नेपाल के पूर्व उप प्रधानमंत्री विमलेन्द्र निधि ने कहा है कि भारत नेपाल संबध के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध जनता द्वारा निर्मित है जो कभी भी टूट नहीं सकते है।
श्री विमलेन्द्र निधि मंगलवार को उदयपुर में भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के कुंभा सभागार में भारत नेपाल के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों पर आयोजित संगोष्ठि को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल अनेक दृष्टियों से समानताऐं रखता है भारत के विकास के साथ नेपाल का विकास भी जुडा हुआ है। भारत जहां लोकतंत्र में विश्वास रखता है, जहां प्रजातांत्रिक शासन व्यवस्था है नेपाल में भी राजनीतिक दृष्टि से वही व्यवस्था है।
उन्होंने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में नेपाल के नेताओं और जनता का भी अमूल्य योगदान रहा है जिसको कभी भूलाया नहीं जा सकता वही भारत ने भी नेपाल के लोकतंत्र की मजबूती के लिए अपना पूरा योगदान किया है। व्यापक दृष्टि से देखें तो भारत एवं नेपाल का राजनीतिक दर्शन एक समान है। भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक मान्यताऐं समानता लिए हुए है।
उन्होने अपने उद्बोधन में नेपाल और मेवाड़ के संबंधों को भी रेखांकित किया है इस संबंध में उन्होंनें थारू समूदाय का उल्लेख किया है, जो राजस्थान के थार से वंहा गए थे। उन्होनें कहा कि किसी भी देश के समग्र विकास में वहां के विश्वविद्यालयों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। विश्वविद्यालय ऐसे ठोस उपकरण होते है जो क्रांति और विकास को नया आयाम प्रदान करते है।
इससे पूर्व भूपाल नोबल्स संस्थान के कार्यवाहक अध्यक्ष प्रो. कर्नल शिवसिंह सारंगदेवोते ने भारत नेपाल संबंध पर अपने विचार रखते हुए कहा कि भारत नेपाल के सांस्कृतिक संबंध पौराणिक काल से रहे है तो हम कह सकते है कि धार्मिक एवं संस्कृतिक की दृष्टि से भारत और नेपाल का गहरा जुडाव है।...////...