जी20 में मोदी: बंधकों पर इजरायल-हमास सहमति का स्वागत ,आतंकवाद का विरोध
22-Nov-2023 08:07 PM 1878
नयी दिल्ली, 22 नवम्बर (संवाददाता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इजरायल और हमास के बीच बंधकों की रिहायी के लिये समझौते का स्वागत करते हुये बुधवार को विश्व समुदाय से यह सुनिश्चित करने पर बल दिया कि इन दोनों पक्षों के बीच पश्चिम एशिया के एक सीमित इलाके में चल रही यह लड़ाई किसी तरह का क्षेत्रीय रूप धारण न कर ले। श्री मोदी भारत की जी20 की अध्यक्षता में दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के इस मंच की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित शिखर बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस संबोधन में आतंकवाद और निर्दोष नागरिकों की हत्या पर भारत के कड़े रुख को पुन: व्यक्त किया और कहा, “ हम मानते हैं कि आतंकवाद हम सभी को अस्वीकार्य है। नागरिकों की मौत, कहीं भी हो, निंदनीय है। ” गौरतलब है कि इजरायल में फिलिस्तीनी बहुल स्वायत्त गाजा पट्टी क्षेत्र में ताकत रखने वाले हमास आतंकवादियों ने गत सात अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल पर हथियारों के साथ धावा बोल दिया था। उनके इस अप्रत्याशित हमले में एक हजार से अधिक लोग मारे गये थे और हमलावर ने महिलाओं तथा बच्चों समेत बहुत से लोगों को बंधक बना कर उठा ले गये थे। इमें कुछ विदेशी नागरिक भी बताये जाते हैं। श्री मोदी ने वैश्विक नेताओं को संबोधित करते हुये कहा कि विश्व एक परिवार है, इस भावना में बड़ी ताकत है जिससे हम शांति कायम कर सकते हैं और आतंक और हिंसा के खिलाफ मजबूती से आवाज उठा सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “ आज हुये समझौते के तहत बंधकों के छोड़े जाने के समाचार का हम स्वागत करते हैं और उम्मीद करते हैं कि सभी बंधक जल्दी रिहा हो जायेंगे । मानवीय सहायता का समय से और निरंतर पहुंचाना आवश्यक है। यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि इजरायल और हमास की लड़ाई किसी तरह का क्षेत्रीय रूप धारण न कर ले। आज संकटों के जो बादल हम देख रहे हैं, “ ( दुनिया) एक परिवार (के भाव ) में वह ताकत है कि हम शांति के लिए काम कर सकते हैं। मानवीय कल्याण के दृष्टिकोण से, हम आतंक और हिंसा के विरुद्ध, और मानवता के प्रति अपनी आवाज बुलंद कर सकते हैं।आज विश्व की, मानवता की इस अपेक्षा की पूर्ति के लिये भारत कदम से कदम मिलाकर चलने के लिये तत्पर है।” श्री मोदी ने कहा, “ जब मैंने इस वर्चुअल समिट (ऑनलाइन शिखर बैठक) का प्रस्ताव रखा था, तो कोई पूर्वानुमान नहीं था कि आज की वैश्विक स्थिति कैसी होगी। पिछले महीनों में नयी चुनौतियां उत्पन्न हुई हैं। पश्चिम एशिया क्षेत्र में असुरक्षा और अस्थिरता की स्थिति हम सबके लिये चिंता का विषय है।” प्रधानमंत्री ने कहा, “ आज हमारा एक साथ आना, इस बात का प्रतीक है कि हम सभी मुद्दों के प्रति संवेदनशील हैं और इनके समाधान के लिये एक साथ खड़े हैं। हम मानते हैं कि आतंकवाद हम सभी को अस्वीकार्य है। नागरिकों की मौत, कहीं भी हो, निंदनीय है। ” उन्होंने आज की शिखर बैठक में जुड़ने के लिये नेताओं का आभार व्यक्त किया और देश की 140 करोड़ जनता की ओर से उनका स्वागत किया।...////...
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