भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा कि उनकी टीम ने दुबई में एशिया कप मैच में जीतने के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ न मिलाकर उचित जवाब दिया है.
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने रविवार को एशिया कप में पाकिस्तान पर सात विकेट की शानदार जीत को देश के सशस्त्र बलों को समर्पित किया और कहा कि उनकी टीम पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के साथ है. सूर्यकुमार यादव की यह बयान पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में आया. हालांकि, इससे पहले भी कुछ ऐसा हुआ, जिसकी उम्मीद ही शायद किसी फैन ने कि हो. पाकिस्तान के खिलाफ छक्का लगाकर भारत को जीत दिलाने के बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव क्रीज पर मौजूद साथी बल्लेबाज शिवम दुबे के साथ सीधे ड्रेसिंग रूम की तरफ बढ़े. मैच खत्म होने के बाद भी भारतीय खिलाड़ियों ने कतार में खड़े अपने पाकिस्तानी समकक्षों से पारंपरिक तरीके से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया. वहीं अब इस मामले पर भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने चुप्पी तोड़ी है.
हाथ नहीं मिलाने पर भड़के पाकिस्तानी कप्तान
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा कि उनकी टीम ने दुबई में एशिया कप मैच में जीत के बाद पाकिस्तान से हाथ न मिलाकर उचित जवाब दिया. दूसरी तरफ पाकिस्तानी कोच माइक हेसन ने कहा कि उनके खिलाड़ी हाथ मिलाने के लिए "तैयार" थे और जब उनके इशारे का जवाब नहीं दिया गया तो वे "निराश" हो गए. जिसके बाद पाकिस्तानी कप्तान ने टीवी प्रजेंटेशन समारोह का बहिष्कार किया.
बता दें, भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव और पाकिस्तान के सलमान आगा ने टॉस के दौरान हाथ नहीं मिलाया. आमतौर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मैचों से पहले सिक्का उछालने के दौरान खेल भावना के अंतर्गत दोनों टीमों के कप्तानों के बीच हाथ मिलाना एक परंपरा है, लेकिन कोई नियम नहीं है. भारत और पाकिस्तान दोनों टीमों के कप्तानों ने हाथ नहीं मिलाया और दोनों ने एक दूसरे से नजरें भी नहीं मिलाईं.
कुछ चीजें खेल भावना से आगे
मैच के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय कप्तान सूर्यकुमार ने अपना रूख स्पष्ट कर दिया कि उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद इस रस्म से परहेज क्यों किया. उन्होंने हाथ नहीं मिलाने के फैसले पर कहा,"हमारी सरकार और बीसीसीआई, हम एकजुट थे. एक साथ, हम यहां आए, हमने फैसला लिया और मुझे लगता है कि हम यहां सिर्फ खेल खेलने के लिए आए थे. और हमने उचित जवाब दिया."