मोदी ने बढ़ते व्यापार,आर्थिक सहयोग सहित विभिन्न मुद्दों पर की मेलोनी संग चर्चा
15-Jun-2024 09:04 AM 4373
अपुलिया (इटली) 14 जून (संवाददाता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी से आज यहां मुलाकात की और बढ़ते व्यापार और आर्थिक सहयोग सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान सुश्री मेलोनी ने प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए श्री मोदी को बधाई दी। वहीं, श्री मोदी ने जी7 आउटरीच शिखर सम्मेलन में भाग लेने के निमंत्रण के लिए सुश्री मेलोनी को धन्यवाद दिया और शिखर सम्मेलन के सफल समापन के लिए उनकी सराहना की। दोनों नेताओं ने नियमित उच्च राजनीतिक वार्ता पर संतोष व्यक्त किया और भारत-इटली रणनीतिक साझीदारी की प्रगति की समीक्षा की। बढ़ते व्यापार और आर्थिक सहयोग पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, उन्होंने लचीली आपूर्ति श्रृंखला बनाने के लिए स्वच्छ ऊर्जा, विनिर्माण, अंतरिक्ष, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, दूरसंचार, एआई और महत्वपूर्ण खनिजों में वाणिज्यिक संबंधों का विस्तार करने का आह्वान किया। इस संदर्भ में, उन्होंने औद्योगिक संपत्ति अधिकार (आईपीआर) पर एक समझौता ज्ञापन पर हाल ही में हस्ताक्षर किए जाने का स्वागत किया जो पेटेंट, डिजाइन और ट्रेडमार्क पर सहयोग के लिए एक रूपरेखा प्रदान करता है। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा सहयोग पर चर्चा की और रक्षा औद्योगिक सहयोग को और बढ़ाने की उम्मीद जताई। उन्होंने इस साल के अंत में इतालवी विमान वाहक पोत आईटीएस कैवोर और प्रशिक्षण जहाज आईटीएस वेस्पुची की भारत यात्रा का स्वागत किया। श्री मोदी ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इतालवी अभियान में भारतीय सेना के योगदान को मान्यता देने के लिए इतालवी सरकार को धन्यवाद दिया और बताया कि भारत इटली के मोंटोन में यशवंत घाडगे स्मारक का उन्नयन करेगा। 'वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन' के तहत समन्वय को ध्यान में रखते हुए, नेताओं ने ऊर्जा परिवर्तन में सहयोग के लिए आशय पत्र पर हस्ताक्षर करने का स्वागत किया, जो स्वच्छ और हरित ऊर्जा में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देगा। उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में संयुक्त अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए 2025-27 के लिए सहयोग के नए कार्यकारी कार्यक्रम पर प्रसन्नता व्यक्त की। दोनों देशों का इटली में लंबे समय से चली आ रही इंडोलॉजिकल अध्ययन परंपरा से प्रेरित लोगों के बीच मजबूत जुड़ाव है जो मिलान विश्वविद्यालय में भारतीय अध्ययन पर पहली आईसीसीआर पीठ की स्थापना के साथ और मजबूत होगा। दोनों नेताओं ने प्रवासन और गतिशीलता समझौते के शीघ्र कार्यान्वयन का आह्वान किया, जो पेशेवरों, कुशल और अर्ध-कुशल श्रमिकों, छात्रों और शोधकर्ताओं की गतिशीलता को सुविधाजनक बनाएगा। दोनों नेता स्वतंत्र और खुले हिन्द प्रशांत क्षेत्र के लिए अपने साझा दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए हिन्द प्रशांत महासागर पहल ढांचे के तहत संयुक्त गतिविधियों को लागू करने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे सहित वैश्विक मंचों और बहुपक्षीय पहलों में सहयोग को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।...////...
© 2025 - All Rights Reserved - Youth18 | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^