13-Feb-2022 10:59 PM
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नयी दिल्ली 13 फरवरी (AGENCY) भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के महानिदेशक प्रोफेसर संजय द्विवेदी ने रविवार को कहा कि नैतिक मूल्यों की गिरावट को रोकने के लिए आध्यामिक मूल्यों की पुर्नस्थापना जरूरी है।
प्रो. द्विवेदी ने रविवार को यहां प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभाग की ओर से आयोजित अखिल भारतीय समाधान मूलक मीडिया अभियान के शुभारम्भ अवसर पर यह बात कही। यह अभियान आईआईएमसी की सहभागिता से दिल्ली तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में चलाया जायेगा । इसके तहत दिल्ली एवं एनसीआर क्षेत्र में कार्यरत मीडिया कर्मियों को आध्यात्मिकता, मानवीय मूल्य तथा सकारात्मक जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
इस अवसर पर प्रो द्विवेदी ने कहा कि मौजूदा समय समाज में चौतरफा नैतिक मूल्यों की गिरावट हुई है और इसकी रोकथाम के लिए पारिवारिक, सामाजिक, शैक्षणिक तथा आध्यात्मिक मूल्यों की पुर्नस्थापना और जन जागृति आवश्यक है, जिसमें मीडिया महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। उन्होंने कहा कि मीडिया का काम सिर्फ सूचना देना या मनोरंजन करना नहीं, बल्कि नैतिक गिरावट को रोकने के लिए जन मानस को जागृत करना है। मीडिया का कर्तव्य सिर्फ सवाल उठाना नहीं या समस्याओ को खड़ा करना नहीं, बल्कि सवालों का समाधान ढूंढना और उपयुक्त सुझाव देना भी है।
उन्होंने कहा कि समाज या सरकार की कमियों को उजागर करना नकारात्मकता नहीं है। मीडिया द्वारा वस्तुस्थिति का पर्दाफाश करना सकारात्मक पहल माना जायेगा, लेकिन समाधान कारक पहलुओं को भी सामने लाना होगा। इसी को सकारात्मक और समाधान परक पत्रकारिता कहते है, जिसके लिए पत्रकारों को आध्यात्मिकता के माध्यम सेअपनी आंतरिक शक्ति, गुणों और क्षमताओं को विकसित करना होगा।
अभियान की सहभागी संस्था कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो बलदेव भाई शर्मा ने कहा कि नकारात्मकता से समाधान नहीं होता, बल्कि सकारात्मकता से होता है और यही कार्य ब्रह्माकुमारी संस्था राजयोग की शिक्षा देकर रहा है । उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मियों का काम जन मानस में नैतिक जागृति पैदा करना है । नए पत्रकारों को समाधान परक पत्रकारिता की शिक्षा देकर समृद्ध भारत बनाने में योगदान देना आवश्यक है।
दूरदर्शन के महानिदेशक मयांक अग्रवाल ने कहा, “ मीडिया वर्ग की आंतरिक सशक्तिकरण, उत्कृष्टता, सर्वांगीण प्रगति तथा समृद्धि हेतू समर्पित इस समाधान केंद्रित मीडिया कैंपेन की पुर्ण सफ़लता हेतु अपनी शुभ कामनाएं प्रदान करता हूं। मैं आशा करता हूं की यह अभियान अवश्य ही एक सशक्त व समृद्ध भारत निर्माण की दिशा में कार्य करने हेतु मीडिया कर्मीयों को सकारात्मकता, एकता, अखंडता व समाधानात्मकता की ओर प्रेरित करेगा।”
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो के जी सुरेश ने वीडियो मेसेज में कहा कि यह समाधान मूलक मीडिया अभियान समय की मांग है । उन्होंने कहा की कई समस्याओं का समाधान सरकार कर सकती है। उन्होंने कहा कि मीडिया का काम है सही काम की सराहना करना, कमियों को उजागर करना, साथ ही समाधान पेश करना है।
इस मौके पर देश की अग्रणी समाचार एजेंसी यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (यूएनआई) के मुख्य सम्पादक अजय कौल ने कहा कि मीडिया शक्तिशाली और जिम्मेदार है, लेकिन मीडियाकर्मियों को यह सोचना होगा कि उनके समाचार का क्या प्रभाव समाज पर पड़ रहा है।
ब्रह्माकुमारी संस्था के गुरुग्राम स्थित ओमशांति रिट्रीट सेंटर की निदेशिका राजयोगिनी बी के आशा ने कहा कि मीडिया वाले अक्सर लोगों का ध्यान समस्याओं की ओर आकर्षित करते हैं और अब जरुरत है कि समस्याओं को उजागर करने के साथ- साथ समाधान की तरफ भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया जाए। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में मीडिया में सकारात्मकता की वृधि हुई है और इसको ओर आगे बढाना है, ताकि सकारात्मक मीडिया सामग्री से जन मानस सकारात्मक और शक्तिशाली बने।...////...