05-Aug-2023 10:19 PM
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भुवनेश्वर, 05 अगस्त (संवाददाता) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को ओडिशा की तैयारियों की सराहना करते हुए कहा कि 1999 के सुपर चक्रवात के बाद आपदा प्रबंधन पर काफी प्रगति हुई है।
यहां एक बैठक में राज्य की आपदा तैयारियों की समीक्षा करते हुए, श्री शाह ने सलाह दी कि राज्य में एएपीडीए मित्रों और आपदा योद्धाओं को बहु-आपदा प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, विशेष रूप से रासायनिक तथा परमाणु आपदाओं में और उन आपदाओं से निपटने के लिए, जो बिना किसी चेतावनी के होती हैं।
गृह मंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि होम गार्ड स्वयंसेवकों को मजबूत किया जाना चाहिए और उन्हें आपदा प्रतिक्रिया में प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि राज्य में स्थापित बहुउद्देश्यीय चक्रवात आश्रयों के रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए बजट मद से नियमित धन उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि राज्य प्रशासन को एसओपीस को अपनाना चाहिए और बिजली, हीट वेव और जंगल की आग से लोगों की जान बचाने के लिए उचित तैयारी और शमन प्रयास करना चाहिए। उन्होंने आपदाओं के दौरान जानवरों की सुरक्षा पर ध्यान देने पर भी जोर दिया।
श्री शाह ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना के दौरान उत्कृष्ट प्रतिक्रिया प्रदान करने के लिए राज्य सरकार को धन्यवाद दिया और ग्राम स्तर के स्वयंसेवकों तथा पूरे राज्य प्रशासन तंत्र के प्रयासों की सराहना की।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आपदा प्रतिक्रिया से लेकर आपदा न्यूनीकरण की दिशा में राज्य की पहल, देश को आपदा प्रतिरोधी बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीआरएफ और एनडीएमए के माध्यम से आपदा प्रबंधन को शासन का एक महत्वपूर्ण और अभिन्न अंग बनाया है और ओडिशा सरकार ने इसका पूरा समर्थन किया है।
श्री शाह ने राज्य सरकार को ओडिशा को आपदा प्रतिरोधी बनाने के उनके शमन प्रयासों में केंद्र सरकार की ओर से सभी अपेक्षित सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। इससे पहले दिन में, एनएचएआई परियोजनाओं के उद्घाटन के लिए आयोजित एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मोदी सरकार की हर आपदा प्रबंधन पहल को जमीनी स्तर पर लागू किया है।
गृह मंत्री ने कहा कि ओडिशा सरकार ने स्वयं आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में कई नई पहल की हैं और पूरे देश को दिखाया है कि जब केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम करती हैं, तो प्राकृतिक आपदाओं को कम किया जा सकता है।
श्री शाह ने कहा, 1999 में ओडिशा में आए चक्रवात में हजारों लोगों की जान चली गई थी, लेकिन आज जब भी ओडिशा में चक्रवात आता है, तो शून्य हताहत होती है, जिसकी पूरी दुनिया में सराहना होती है।...////...