07-Dec-2023 07:47 PM
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चेन्नई, 07 दिसंबर (संवाददाता) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को चेन्नई और उसके आसपास बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और बाद में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन से मुलाकात कर चक्रवात मिचौंग से हुए नुकसान के बारे में चर्चा की।
हवाई सर्वेक्षण के दौरान तमिलनाडु के वित्त एवं मानव संसाधन प्रबंधन मंत्री थंगम थेनारासु और मुख्य सचिव शिव दास मीना रक्षा मंत्री के साथ थे।
श्री सिंह और श्री स्टालिन के बीच हुयी बैठक के दौरान केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन की उपस्थिति में वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। श्री सिंह ने श्री मुरुगन की मौजूदगी में हवाई सर्वेक्षण के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर संकट को कम करने के लिए प्रभावी प्रतिक्रिया संचालित कर रही है।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना, भारतीय तट रक्षक, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और अन्य केंद्रीय एजेंसियां राहत एवं बचाव कार्यों में राज्य सरकार की सहायता कर रही हैं और स्थिति को सामान्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चक्रवात के कारण हुई जानमाल की क्षति से बेहद व्यथित हैं और वह स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। श्री सिंह ने कहा, "प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से बात की और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।" उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) की दूसरी किस्त के तौर पर केंद्रीय हिस्सेदारी के रूप में आंध्र प्रदेश को 493.60 करोड़ रुपये और तमिलनाडु को 450 करोड़ रुपये अग्रिम रूप से जारी करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र ने दोनों राज्यों को समान राशि की पहली किस्त पहले ही जारी कर दी थी। श्री सिंह ने कहा कि केंद्र ने राष्ट्रीय आपदा शमन कोष के तहत 'चेन्नई बेसिन परियोजना के लिए एकीकृत शहरी बाढ़ प्रबंधन गतिविधियों' हेतु 561.29 करोड़ रुपये ( जिसमें 500 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता भी शामिल है) की मंजूरी दे दी है।...////...