07-Dec-2023 09:38 PM
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कोलकाता, 07 दिसंबर (संवाददाता) पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने गुरुवार को ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला।
श्री सुवेंदु ने एक्स (पूर्व में ट्वीटर) पर लिखा,“यह ममता बनर्जी सरकार का असली चेहरा है- किसानों को एक निश्चित तारीख पर हुगली जिले के गोघाट में किसान मंडी (खरीद केंद्र) में अपना धान लाने के लिए कहा गया था। जब उन्होंने किसान मंडी के सामने वाहनों पर अपनी पैदावार को लाइन में लगाया, तो मिल मालिकों ने उनसे कहा कि, वे धान केवल तभी खरीदेंगे जब किसान 5-10 किलोग्राम प्रति क्विंटल (100 किलोग्राम) मुफ्त में देने के लिए तैयार होंगे। यह 5-10% छूट है।”
श्री अधिकारी ने कहा कि किसानों ने धान क्रय अधिकारी से संपर्क किया; राज्य सरकार के एक प्रतिनिधि ने कहा कि कैसे उन्हें परेशान किया जा रहा है क्योंकि वे पहले ही वाहनों को किराए पर लेकर पहुंच चुके हैं और धान का परिवहन कर चुके हैं और उनके लिए धान वापस लेकर जाना संभव नहीं है क्योंकि उन्हें भारी वित्तीय नुकसान होगा।
उन्होंने आरोप लगाया,“ धान क्रय अधिकारी ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह रास्ते में है, लेकिन वह कभी नहीं आए।”
नंदीग्राम के भाजपा विधायक ने कहा, “तीन-चार घंटे से ज्यादा समय तक इंतजार करने के बाद किसान निराश हो गए और शांतिपूर्ण आंदोलन शुरू कर दिया। अरूप कुमार मंडल; प्रभारी अधिकारी, गोघाट पुलिस स्टेशन; हुगली ग्रामीण पुलिस जिला तुरंत वहां पहुंचे और शांतिपूर्वक विरोध कर रहे किसानों को अपमानित किया और गालियां दीं और उनके साथ हाथापाई की।”
उन्होंने कहा कि इसलिए, पश्चिम बंगाल में किसानों को प्रशासन के साथ मिलकर मिल मालिकों द्वारा जबरन धोखा दिया जा रहा है। उन्हें शांतिपूर्ण रूप से प्रदर्शन करने का भी अधिकार नहीं है क्योंकि लाठीधारी ममता पुलिस उन्हें ऐसा करने की अनुमति भी नहीं देगी।
श्री अधिकारी ने कहा,“ विड़बना यह है कि उसी ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को किसान विरोधी करार दिया था, जिसने हजारों किसानों को दिल्ली के सिंघू बॉर्डर को अवरुद्ध करते हुए महीनों तक आंदोलन में बैठने की अनुमति दी थी और मांग किया कि अरूप कुमार मंडल; गोघाट पुलिस स्टेशन के प्रभारी को किसानों के प्रति उनके क्रूर व्यवहार करने और हमारे किसान भाइयों के साथ हाथापाई करने के लिए तुरंत निलंबित करना चाहिए।...////...