सीमाओं को सुरक्षित रखने वाले वीर जवान देश के विकास की नींव है: शाह
01-Dec-2023 06:03 PM 7928
नयी दिल्ली/रांची 01 दिसंबर (संवाददाता) केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को झारखंड के हज़ारीबाग में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 59वें स्थापना दिवस समारोह में कहा कि देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने वाले वीर जवान देश के विकास की नींव हैं। श्री शाह ने कहा कि जीवनपर्यन्त कर्तव्य बीएसएफ का सिर्फ घोषवाक्य नहीं है बल्कि आज तक 1900 से अधिक सीमा प्रहरियों ने अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान देकर इस वाक्य को चरितार्थ भी किया है। उन्होंने कहा कि लाखों सीमा प्रहरियों ने अपने जीवन का स्वर्णिम काल कठिनतम परिस्थितियों में परिवार से दूर रहकर बिताया है। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति के रूप में बीएसएफ ने जिस तरह से देश की दुर्गम सीमाओं की सुरक्षा की है, उससे पूरा देश बीएसएफ के इन वीर जवानों पर गर्व करता है। इस अवसर पर बीएसएफ महानिदेशक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। उन्हाेंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया था, एक सीमा पर एक ही सुरक्षा बल की तैनाती। उन्होंने कहा कि इस निर्णय के तहत पाकिस्तान और बंगलादेश की सबसे दुर्गम सीमाओं की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी बीएसएफ को मिली, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के बर्फीले इलाके, पूर्वोत्तर के पहाड़, गुजरात और राजस्थान के रेगिस्तान हों, गुजरात का दलदली इलाका हो या फिर सुंदरवन और झारखंड के घने जंगल हों, बीएसएफ ने हमेशा मुस्तैद रहते हुए दुश्मन के नापाक इरादों को विफल किया है। बीएसएफ ने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सेवा और वीरता के नए मानक स्थापित किए हैं। श्री शाह ने कहा कि जिस देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं होतीं, वो देश कभी विकसित और समृद्ध नहीं हो सकता। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने हर क्षेत्र में प्रगति की है और ये तभी संभव है जब हमारे वीर जवानों के त्याग, तपस्या, बलिदान और शौर्य से हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। श्री शाह ने कहा कि बीएसएफ के जवानों का जीवन सीमाओं की सुरक्षा के साथ-साथ देश के युवाओं को अनुशासन का संदेश भी देता है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कुल 23 जवानों को बहादुरी पदक दिए गए हैं और पांच जवानों को मरणोपरांत पदक दिए गए हैं। इन 23 में से 11 जवानों को पुलिस वीरता पदक, एक जवान को जीवनरक्षक पदक और 11 जवानों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक दिए गए हैं। श्री शाह ने मरणोपरांत पदक प्राप्त करने वाले पांच शहीदों के परिजनों से कहा कि शहीद जवानों की भरपाई कोई नहीं कर सकता, लेकिन देश की 130 करोड़ जनता इन शहीदों के बलिदान पर हमेशा गर्व करेगी। उन्होंने कहा कि बीएसएफ ने एक महावीर चक्र, चार कीर्ति चक्र, 13 वीर चक्र और 13 शौर्य चक्र सहित अनेक पदक और पुरस्कार प्राप्त किए हैं। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सीमा सुरक्षा को हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और उनके नेतृत्व में पिछले 10 सालों में सीमाओं की सुरक्षा को चाक-चौबंद करने की दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सुरक्षा, विकास और लोकतांत्रिक प्रक्रिया- तीनों को तवज्जो दी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्रों में हजारों करोड़ रुपये के बजट के साथ मजबूत आधारभूत संरचना बनाने की शुरुआत की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने सीमावर्ती गांवों में अनेक कल्याणकारी योजनाओं के साथ बीएसएफ और अन्य सभी बलों को जोड़कर बल द्वारा सुरक्षा के साथ-साथ जनकल्याण के एक नयी अवधारणा को भी शुरू किया। श्री शाह ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में अच्छी रेल, रोड वाटर-वे कनेक्टिविटी और दूरसंचार सुविधाएं भी बढ़ाई गई हैं। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में सीमाओं पर लगभग 560 किलोमीटर बाड़ लगाकर घुसपैठ और तस्करी पर लगाम कसने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि अगले दो साल में पूरी पाकिस्तान और बंगलादेश सीमा को बाड़ लगाकर सुरक्षित कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीमा पर 1100 किलोमीटर क्षेत्र में फ्लडलाइट्स लगाई गई हैं, 542 नयी सीमा चौकी और 510 अवलोकन टावर पोस्ट बनाए गए हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की लोग समावेशी सीमा प्रबंधन नीति ने सीमा प्रहरियों के काम के बोझ को बहुत कम किया है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में बीएसएफ ने 30 हजार किलोग्राम से ज्यादा नशीले पदार्थ पकड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थ न केवल देश की भावी पीढ़ी को खोखला करता है बल्कि इससे अर्जित धन आतंकवाद का वित्त पोषण भी करता है और सीमा पर बने इस ट्रेड लिंक के ज़रिए हथियारों की आवाजाही भी होती है। श्री शाह ने कहा कि इसीलिए इन तीनों कारणों से ये बहुत ज़रूरी है कि पूरी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर नशीले पदार्थ के व्यापार के प्रति हमारी कठोर, जीरो टॉलरेंस वाली और संवेदनशील नीति हो और बीएसएफ ने ये काम बहुत अच्छे तरीके से किया है।...////...
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