05-Aug-2023 06:46 PM
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चेन्नई, 05 अगस्त (संवाददाता) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को तमिलनाडु के थूथुकुडी जिले में आदिचन्नल्लूर पुरातात्विक स्थल पर एक पुरातत्व संग्रहालय की आधारशिला रखी।
श्रीमती सीतारमण के साथ थूथुकुडी लोकसभा सांसद, तमिलनाडु की मंत्री अनिता राधाकृष्णन, जिलाधिकारी डॉ. के. सेंथिल राज और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के महानिदेशक केके बाशा और निदेशक (पुरातत्व), एएसआई, डॉ.टी.अरुण राज ने प्राचीन और ऐतिहासिक लौह युग के स्थल आदिचनल्लूर का दौरा किया।
यह तमीराबारानी (पोरुनाई) नदी के किनारे स्थापित किया गया था और यह पुरातात्विक स्थल केंद्रीय बजट 2020-21 में पुरातत्व स्थलों के रूप में विकसित किए जाने वाले पांच में से एक है।
इस दौरान श्रीमती सीतारमण ने आदिचनल्लूर स्थल के अद्वितीय और समृद्ध इतिहास का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यहां 467 ईसा पूर्व की विभिन्न वस्तुएं और 665 ईसा पूर्व के बाजरा और धान जैसे खाद्यान्नों का पता चला है।
उन्होंने कहा, “आगामी एएसआई संग्रहालय इन सभी कलाकृतियों को ‘इन-सीटू’ प्रदर्शित करेगा, जो पर्यटको और शोधकर्ताओं को समान रूप से विश्व स्तरीय अनुभव प्रदान करेगा।वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने बजट 2021 में इस संग्रहालय को विकसित करने के लिए धन देने की प्रतिबद्धता जताई थी।
उन्होंने कहा कि सरकार इस स्थल को तिरुचेंदूर (भगवान मुरुगन के छह निवासों में से एक) की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक पड़ाव के रूप में देखती है, जो क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन में योगदान देता है।
वित्त मंत्री ने कहा कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के ठोस प्रयास के तहत, सरकार विदेशों से आदिचल्लानूर से संबंधित कलाकृतियों को वापस लाने के लिए अथक प्रयास कर रही है। इसी के तहत वर्तमान में बर्लिन में मौजूद वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
उन्होंने कहा, “अब तक, सरकार के प्रयासों के परिणामस्वरूप 350 से अधिक प्राचीन कलाकृतियाँ और ऐतिहासिक महत्व की वस्तुएँ भारत में वापस लायी गई हैं।...////...