14-Jul-2023 04:42 PM
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मुंबई 14 जुलाई (संवाददाता) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में गिरावट पर गंभीर चिंता व्यक्त की।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लिखे पत्र में श्री पवार ने कहा कि एक सक्षम शिक्षा प्रणाली समाज के सुधार की ओर ले जाती है। पत्र की प्रति उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिक्षा मंत्री को भी भेजी गई है तथा श्री पवार ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कर्मवीर भाऊराव पाटिल जैसे कई शिक्षाविदों ने इस सिद्धांत को पहचाना और एक कुशल स्कूल प्रणाली के निर्माण को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि आज राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में गिरावट शर्म की बात है।
श्री पवार ने कहा कि शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआई) 2.0 रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र राज्य दूसरे स्थान से सीधे सातवें स्थान पर आ गया है। राज्य के समग्र शैक्षणिक विकास की दृष्टि से यह अत्यंत चिंता का विषय है। जिन मानदंडों के आधार पर यह मूल्यांकन किया जाता है उनमें शैक्षणिक प्रदर्शन और गुणवत्ता, बुनियादी ढांचे, बदलती शैक्षिक प्रक्रिया आदि जैसे मुद्दे शामिल हैं।
राकांपा नेता ने कहा ,“ पीजीआई 2.0 की रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र में इन महत्वपूर्ण कारकों को गंभीरता से नहीं लिया जाता है। उन्होंने कहा कि इसके कारण हम एक राज्य के रूप में शिक्षा की गुणवत्ता में काफी पीछे रह गए हैं जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।”
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग, यशवंतराव चव्हाण केंद्र ने पिछले साल कुछ अवलोकन करने के लिए ‘दो शिक्षक स्कूलों के सशक्तिकरण’ पर एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया था। इसके साथ ही बदलती शैक्षिक नीतियों के मद्देनजर कुछ सुझाव भी दिए गए।
राज्य में जिला परिषद के करीब 38,000 दो शिक्षक स्कूल हैं। ये मुख्य रूप से मकानों में स्थित हैं और छात्रों की संख्या कम होने के कारण समय-समय पर इन्हें बंद करने की चर्चा भी होती रहती है। सरकार के लिए इस पर गंभीरता से विचार करना बहुत जरूरी है।
श्री पवार ने कहा कि गिरते शैक्षिक स्तर को सुधारने के लिए समय रहते उपाय किये जाने चाहिए। इन सभी मामलों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार और खासकर स्कूल शिक्षा मंत्री को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
राकांपा नेता ने एक ट्वीट में कहा,“इस संबंध में शीघ्र सर्वसंबंधितों की बैठक बुलाकर आवश्यक कार्रवाई कार्यक्रम तैयार किया जाए। उम्मीद है कि शिक्षा की गुणवत्ता को सामने लाने के प्रयास किए जाने चाहिए।...////...