04-May-2022 07:39 PM
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चंडीगढ़, 04 मई (AGENCY) शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने सजा पूरी होने के बाद भी जेल में बंद बंदी सिखों (सिख कैदियों) की रिहाई को लेकर आंदोलन चलाने के लिए सभी पंथक संगठनों से एकजुट होने की अपील की।
श्री बादल ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान से मानवीय आधार पर सिख बंदियों को मुक्त कराने के लिए दुनिया भर के पंजाबियों की मांग पर एक संयुक्त रणनीति तैयार करने के लिए पंथक संगठनों की बैठक बुलाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हमारे बीच व्यक्तिगत और राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन बंदी सिखों के हितों के लिए उन्हें दरकिनार कर एकजुट होना चाहिए ।
श्री बादल ने कहा कि अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर पंथक एकता के लिए एक स्वर होकर इस दिशा में अगुवाई करने के लिए धन्यवाद दिया, क्योंकि यह मुद्दा दुनिया भर के सिखों की भावनाओं से संबंधित है।
उन्होंने कहा कि बंदी सिखों की रिहाई अक्टूबर 2019 में श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर होनी थी, लेकिन रिहाई को मंजूरी देकर केंद्र सरकार ने रिहा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि लगभग 50 सिख कैदी जो देश भर की विभिन्न जेलों में बंद हैं और उन सभी को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।
उनके अनुसार भाई बलवंत सिंह राजोआणा की रिहाई का रास्ता भी साफ हो गया है। दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार प्रो.भुल्लर की रिहाई को रोक लगा रही है और सरकार के सजा समीक्षा बोर्ड इस मामले में फैसला नही ले रहा है। आप पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान इस मामले में सिख समुदाय को इस बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए।
इस अवसर पर बलविंदर सिंह भूंदड़, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सिकंदर सिंह मलूका, डॉ. दलजीत सिंह चीमा, विरसा सिंह वल्टोहा, अमरजीत सिंह चावला, भाई गुरचरण सिंह ग्रेवाल, करनैल सिंह पीर मोहम्मद और हरचरन सिंह बैंस भी मौजूद
थे।...////...