12-Apr-2023 10:36 PM
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जयपुर 12 अप्रैल (संवाददाता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिक्षा और स्वास्थ्य को राज्य सरकार की प्राथमिकता बताते हुए कहा है कि यदि किसी प्रदेश में जनता को शिक्षा और स्वास्थ्य दे दिया जाय तो बाकि काम स्वतः हो जाएंगे।
श्री गहलोत ने आज मुख्यमंत्री निवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने सामाजिक सुरक्षा सेक्टर को भी चुना है। स्वास्थ्य क्षेत्र का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना से हमने जो शुरुआत की, उसका फायदा लोगों को देना चाहते हैं।
भारतीय जनता पार्टी सरकार में हुये भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट द्वारा अनशन करने के संबंध में पूछे गये सवाल पर श्री गहलोत ने कहा कि उनका लक्ष्य फिलहाल आमजन को महंगाई से राहत दिलाना है और सेवा करना है। उन्होंने कहा कि उनका लेफ्ट-राइट कहीं ध्यान जाता ही नहीं है।
श्री गहलोत ने कहा कि राजस्थान भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने में सबसे अव्वल है। यहां पर चार पांच आईएएस, आईपीएस सहित कितने लोगों पकड़ा है, हिंदुस्तान में ऐसा हुआ है क्या।
उन्होंने कहा" अगर हम ज्यादा छापे डालते हैं तो नेगेटिव सोच वाले लोग कहेंगे कि भ्रष्टाचार ज्यादा है। इसका मतलब छापे बंद कर दें। यह सोच बहुत गलत है।"
श्री गहलोत ने कहा कि 25 साल पहले जब वह पहली बार मुख्यमंत्री बने, उस वक्त लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी ही नहीं होती थी। वह चुनावों के वक्त चुनावी सभा में हाथ खड़े करवाते थे तो मुश्किल से योजनाओं के बारे में कुछ लोगों को पता होता था। उन्होंने कहा कि हम इसीलिए महंगाई राहत कैंप लगवाकर सरकारी योजनाओं को फायदा दे रहे हैं। पहले चरण में हम 700 कैंप लगा रहे हैं, बाद में 2700 कैंप और लगेंगे
उन्होंने कहा" ओल्ड पेंशन स्कीम को आप देखिए, विशेषज्ञ मेरे खिलाफ आर्टिकल लिख रहे हैं। ओपीएस इसीलिए लेकर आए कि 35 साल सेवा कराने के बाद उसे मार्केट के भरोसे नहीं छोड़ सकते। लोग को यह विश्वसा दिलाना पड़ेगा कि हम उनके साथ खड़े हैं।"
श्री गहलोत ने कहा कि प्रदेशवासी अगर ठान लें तो वर्ष 2030 तक देश में हम नंबर वन हो सकते हैं। नागरिक ठान लें तो जीडीपी बढ़ते टाइम नहीं लगता। उन्होंने कहा कि उनके अकेले से प्रदेश नंबर वन नहीं बन सकता बल्कि प्रदेश के हर नागरिक को भागीदारी निभानी होगी।...////...