10-Sep-2023 06:00 PM
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अयोध्या, 10 सितम्बर (संवाददाता) विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने आज कहा कि श्रीरामजन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को सम्पूर्ण विश्व में आनंदोत्सव के रूप में मनायेगी।
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के अंतराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने श्रीरामजन्मभूमि परिसर के निकट चल रही क्षेत्रीय और केन्द्रीय मंत्रियों की बैठक के पश्चात प्रेस को जारी अपने बयान में कहा कि विश्व हिन्दू परिषद भारत में प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व बजरंग दल तीस अक्टूबर से पन्द्रह अक्टूबर तक शौर्य यात्रा निकालेगा। यह यात्रा देश के पांच लाख से ऊपर गांव तक पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम जन-जन हर रामभक्त का कार्यक्रम बने, देश ही नहीं विदेशों में निवास करने वाले भी इस महाउत्सव में सहभागी हों इसके लिये ही संगठन की दो दिवसीय बैठक रामनगरी में आयोजित की गयी है। बैठक में उपस्थित सभी बंधुओं ने इसे व्यापक स्वरूप देने का निर्णय लिया है।
इससे पूर्व बैठक में सम्मिलित होने आये प्रतिनिधियों ने श्रीरामजन्मभूमि पर तीव्रता से चल रहे निर्माण कार्य का अवलोकन और रामलला का दर्शन भी किया। निर्माण कार्य को देखकर सभी ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की और कहा कि यह कार्य जन-जन को एकसूत्र में बांध रहा है।
विहिप के जारी बयान में यह कहा गया है कि सामाजिक समन्वय के अधिष्ठान के रूप में यह युगों-युगों तक स्मरणीय बनेगा। उन्होंने बताया कि देशभर के मुख्य मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा की उस तिथि को पूजन-पाठ, यज्ञ, हवन आरती होगी। साथ-साथ हर रामभक्त पांच दीपक अवश्य जलायेंगे और सैकड़ों भक्तों के बीच प्रसाद वितरण भी होगा।
उन्होंने बताया इससे पूूर्व युवा संगठन बजरंग दल के बैनर तले देश के पांच लाख के ऊपर गांवों तक आगामी तीस सितम्बर से पन्द्रह अक्टूबर तक दस हजार प्रखंडों में शौर्य यात्रायें पहुंचेंगी। ऐसे लगभग बड़े और छोटे लगभग दो सौ इक्कीस यात्रायें निकलेंगी। इस दौरान यात्रा मार्गों में धर्म सभाओं का भी आयोजन होगा। युवा शक्ति के इस महाअभियान से देश में आंतरिक और बाह्य चुनौतियों का सामना करने के लिये हिन्दू समाज में सामाजिक समन्वय रूपी एकता व समन्वय का निर्माण होगा।
उन्होंने बताया कि दीपावली पखवाड़े के दौरान देश के संत शांति गांव व शहरों में पदयात्रा और सभायें भी करेंगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि संत-महात्मा, मठ-मंदिर, गांव और युवाओं की सामूहिक शक्ति से देश में प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व एकात्मकता का व्यापक जागरण होगा और समाज एकसूत्र में बंधेगा।...////...