03-Nov-2023 06:50 PM
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नयी दिल्ली, 03 नवंबर (संवाददाता) दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर आम आदमी पार्टी (आप)ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए शुक्रवार को कहा कि वायु प्रदूषण को लेकर दिल्ली और पंजाब सरकार लगातार काम कर रही है लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्र समेत हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार सो रही है।
‘आप’ की वरिष्ठ नेता रीना गुप्ता ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि सर्दियों के शुरु होते ही पूरे उत्तर भारत में प्रदूषण की समस्या शूरू हो जाती है। आज उत्तर भारत का नोएडा, ग्रेटर नोएडा, जिंद, फरीदाबाद, रोहतक, गाजियाबाद, बल्लभगढ़, हापुड़, भिवाड़ी, बहादुरगढ़ और मेरठ शहरों में प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर है। यह कोई पहला साल नहीं है, जब इन शहरों की हवा खराब हुई हो बल्कि पिछले कई सालों से इस इंडो-गैंगेटिक प्लेन में जहां लगभग 70 करोड़ लोग रहते हैं, यहां हर साल प्रदूषण की समस्या पैदा होती है। दुनिया के किसी और देश में ऐसी बड़ी समस्या को हल करने के लिए कोई न कोई योजना होती है लेकिन पिछले नौ सालों से भाजपा की केंद्र सरकार ने आज तक ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे पूरे उत्तर भारत में होने वाली प्रदूषण की समस्या का हल निकल सके। दूसरी तरफ, दिल्ली सरकार हर साल विंटर एक्शन प्लान और समर एक्शन प्लान बनाती है। यही कारण है कि केजरीवाल सरकार के कार्यकाल में दिल्ली में प्रदूषण 30 फीसद कम हुआ है।
उन्होंने कहा,“ हम केंद्र को हर साल चिट्ठियां लिखकर यह अनुरोध करते हैं कि दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण के लिए एक योजना बनानी चाहिए। यह चिट्ठी हम केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को जुलाई-अगस्त से लिखते हैं कि फिर से प्रदूषण की समस्या आने वाली है। इसके लिए कुछ कदम उठाइए लेकिन किसी के कानों पर कोई जूं नहीं रेंगती है। वहीं दूसरी तरफ इस पर दिल्ली और पंजाब ने मेहनत की। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बने सिर्फ डेढ़ साल हुआ है। अमेरिका की एजेंसी नासा में रिकॉर्ड डाटा के अनुसार आज की तारीख में पंजाब में पराली जलाने के मामलों में 50 प्रतीशत की कमी आई है। वहीं, हरियाणा की सरकार प्रदूषण की समस्या पर कोई काम नहीं कर रही है। हरियाणा में लगातार पराली जलाई जा रही हैं।”
‘आप’ नेता ने कहा कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने पिछले एक साल से प्रदूषण को लेकर एक भी बैठक नहीं की। उनको दिल्ली एनसीआर क्षेत्र से लगने वाले सभी राज्यों की सरकार के साथ बैठकर करना चाहिए था, ताकि प्रदूषण को कम करने के लिए कोई एक्शन प्लान बन सके लेकिन कोई भी इसका जिम्मा लेने के लिए तैयार नहीं है।
इस दौरान ‘आप’ विधायक कुलदीप कुमार ने कहा,“ अक्टूबर-नवंबर में प्रदूषण उत्तर भारत की एक बड़ी समस्या है। देश के सबसे प्रदूषित जिलों में बीस जिले हरियाणा से आते हैं। हनुमानगढ़, फतेहाबाद, हिसार, जिंद, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा, कैथल, रोहतक, सोनीपत, गुरुग्राम, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला में 300 से अधिक एक्यूआई है। दिल्ली सरकार ने ग्रीन एरिया, एंटी स्मॉग गन, रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ कैंपेन इत्यादि के माध्यम से प्रदूषण में कमी लाने के लिए काम किया है। हमें इसके लिए एक साझा प्लान तैयार करने की जरूरत है। लेकिन सबकुछ जानते हुए भी केंद्रीय पर्यावरण मंत्री का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है।...////...