भारत, मंगोलिया के साथ रणनीतिक भागीदारी को और अधिक व्यापक बनाने के लिए प्रतिबद्ध: बिरला
07-Jul-2023 07:59 PM 6393
कैंप उलानबटोर, 07 जुलाई (संवाददाता) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को मंगोलिया के राष्ट्रपति उख्हनागीन हुरेलसुख के साथ शिष्टाचार भेंट की। श्री बिरला इस समय मंगोलिया की यात्रा पर गए हैं और वह भारतीय संसदीय शिष्टमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मंगोलिया के इतिहास में साहस, शौर्य और निर्भीकता की अद्भुत गाथाएँ हैं। उन्होंने कहा कि मंगोलिया का इतिहास आज भी हमें प्रेरित करता है। बौद्ध धर्म की हमारी साझी गौरवशाली विरासत से दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत हुए हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत मंगोलिया के साथ अपनी रणनीतिक भागीदारी को और अधिक मजबूत तथा व्यापक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस संबंध में श्री बिरला ने इस बात का उल्लेख किया कि वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगोलिया की यात्रा पर आए थे जिससे दोनों देशों के संबंध प्रगाढ़ हुए हैं। श्री बिरला ने इस बारे में प्रसन्नता व्यक्त की कि भारत मंगोलिया के आर्थिक विकास में एक विश्वसनीय सहयोगी है। इस संबंध में उन्होंने कहा कि मंगोलिया की ऑयल रिफाइनरी परियोजना विदेशों में भारत द्वारा शुरू की गई सबसे बड़ी परियोजना है जो दोनों देश के बीच मजबूत साझेदारी का प्रतीक है। उन्होंने श्री हुरेलसुख को बताया कि भारत की संसद के नये भवन को श्री मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया गया है। यह भवन पर्यावरण अनुकूल भवनों के मानकों के अनुरूप है और इस भवन में सभी उन्नत प्रौद्योगिकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं ताकि सांसद अपने सभी विधायी कार्य अधिक आसानी और कुशलता के साथ कर सकें। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि दोनों देशों ने बहुपक्षीय मंचों पर हमेशा एक दूसरे का सहयोग किया है, जहां भारत ने संयुक्त राष्ट्र और गुट निरपेक्ष आंदोलन में मंगोलिया की सदस्यता का समर्थन किया था, वहीं मंगोलिया ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों में भारत की उम्मीदवारी का लगातार समर्थन किया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 2028-29 की अवधि के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी का मंगोलिया निश्चय ही समर्थन करेगा। उन्होंने मंगोलिया के प्रधानमंत्री ओयुन ऐर्दन लुव-सन्म-सरेन के साथ भी शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर श्री बिरला ने कहा कि भले ही भारत और मंगोलिया के बीच भौतिक दूरी है, लेकिन आध्यात्मिक धरातल पर दोनों देश वसुधैव कुटुंबकम की महान परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म की हमारी साझी गौरवशाली विरासत हमारे दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूती प्रदान करती है। श्री बिरला ने कहा कि भारत की संसद मंगोलिया की संसदीय संस्थाओं के विकास, शोध ग्रंथालय के उन्नयन और क्षमता निर्माण के क्षेत्रों में सहयोग करने के लिये तत्पर है। उन्होंने इस संबंध में भारतीय संसद की प्रशिक्षण संस्था, प्राइड द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं का उपयोग किए जाने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने इस बात पर ख़ुशी व्यक्त की कि मंगोलिया में भारत-मंगोलिया फ्रेंडशिप स्कूल और आईटी क्षेत्र से संबंधित अटल बिहारी वाजपेयी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और कई अन्य परियोजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इन परियोजनाओं से दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने में मदद मिलेगी। श्री बिरला ने इच्छा व्यक्त की कि दोनों देशों के बीच विभिन्न स्तरों पर आपसी सहयोग और आदान प्रदान में और वृद्धि हो, ताकि दोनों देशों की जनता के बीच कान्टैक्ट को बढ़ावा मिले। श्री बिरला ने मंगोलिया की संसद, स्टेट ग्रेट खुराल के स्पीकर जी जंडनशतर के साथ हुई बैठक के दौरान मंगोलिया के राष्ट्रीय नादम उत्सव के लिए शुभकामनाएँ दीं। इससे पहले श्री जंडनशतर के साथ हुई बैठक के दौरान मंगोलिया के राष्ट्रीय नादम उत्सव पर उन्हें, मंगोलिया की संसद तथा वहां की मित्रवत जनता को भारत की संसद, सरकार और 140 करोड़ भारतवासियों की ओर से अग्रिम बधाई और शुभकामनाएं देते हुए श्री बिरला ने कहा कि दोनों देशों के बीच संसदीय प्रतिनिधिमंडलों के आदान-प्रदान की एक लंबी एवं स्वस्थ परंपरा रही है। उन्होंने विचार व्यक्त किया कि संसदीय विचार-विमर्श दोनों देशों के परस्पर संबंधों का महत्वपूर्ण भाग है तथा द्विपक्षीय और बहुपक्षीय क्षेत्रों में संसदीय विचार-विमर्श से आपसी तालमेल और विश्वास बढ़ाने, आम सहमति बनाने और सहयोग को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि भारतीय संसद की शोध एवं प्रशिक्षण संस्था, प्राइड, मंगोलिया के सांसदों, अधिकारियों और कर्मचारियों के लिये क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन कर सकती है। साथ ही, भारत की संसद मंगोलिया की संसदीय संस्थाओं को विकसित करने, शोध ग्रंथालय के उन्नयन के क्षेत्र में सहयोग करने को तत्पर है। श्री बिरला ने मंगोलिया की ग्रेट ह्यूरल (संसद) का दौरा किया और सदन की कार्यवाही देखी। उन्होंने लोकतंत्र को जीवंत बनाने और लोगों के जीवन में सुधार लाने के लिए मंगोलिया की संसद की प्रतिबद्धता की सराहना की। श्री बिरला ने कहा कि लोकतंत्र की जननी के रूप में भारत लोकतन्त्र को बढ़ावा देने के लिए अपना समर्थन देने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है। उन्होंने भारत-मंगोलिया संसदीय मैत्री समूह के सदस्यों के साथ भी बातचीत की और कहा कि यह मैत्री समूह दोनों देशों के बीच संसदीय सहयोग को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भारतीय संसदीय शिष्टमंडल की मंगोलिया यात्रा का नेतृत्व कर रहे श्री बिरला ने आयल रिफाइनरी के मुख्यालय का दौरा किया। आयल रिफाइनरी की यह परियोजना लाइन ऑफ क्रेडिट कार्यक्रम के तहत विदेशों में भारत द्वारा शुरू की गई सबसे बड़ी परियोजना है जो मंगोलिया की ऊर्जा सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। यह परियोजना दोनों देशों के बीच घनिष्ठ आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक है। लोकसभा अध्यक्ष ने मंगोलिया में भारतीय प्रवासी सदस्यों को संबोधित किया। इस अवसर पर श्री बिरला ने खुशी जाहितर करते हुए कहा कि भारतीय समुदाय के लोगों ने अपनी ऊर्जा, उत्साह और संकल्प से मंगोलिया के जनजीवन में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय समुदाय ने भारत से हजारों मील दूर रहते हुए भी अपनी संस्कृति और संस्कारों को संजोए रखा है।...////...
© 2025 - All Rights Reserved - Youth18 | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^