14-Jul-2023 06:49 PM
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नयी दिल्ली, 14 जुलाई (संवाददाता) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद 16 से 18 जुलाई तक अपना 95 वां स्थापना और प्रौद्योगिकी दिवस मनाएगी।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला 16 जुलाई को 95वें स्थापना और प्रौद्योगिकी दिवस का उद्घाटन करेंगे। कृषि में नवाचारों को प्रोत्साहित करने के लिए चालीस चयनित प्रौद्योगिकियों को भी जारी किया जाएगा और डेवलपर्स को मान्यता भी मिलेगी। यह कार्यक्रम 16 से 18 जुलाई तक डॉ. सी. सुब्रमण्यम ऑडिटोरियम, एनएएससी कॉम्प्लेक्स में आयोजित किया जाएगा। आईसीएआर हर साल 16 जुलाई को अपना स्थापना दिवस मनाता है। इस वर्ष से इसे 'स्थापना एवं प्रौद्योगिकी दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है।
आईसीएआर भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग (डीएआरई) के तहत एक स्वायत्त संगठन है। यह संगठन पूरे देश में बागवानी, मत्स्य पालन और पशु विज्ञान सहित कृषि में अनुसंधान और शिक्षा के समन्वय, मार्गदर्शन और प्रबंधन के लिए शीर्ष निकाय है। देश भर में फैले 113 आईसीएआर संस्थान और 75 कृषि विश्वविद्यालय कृषि विज्ञान के क्षेत्रों में अनुसंधान करने में लगे हुए हैं।
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी एवं उद्योग इंटरफ़ेस होगा। कृषि उत्पादन, गुणवत्ता और किसान की आय बढ़ाने के लिए एवं हितधारकों के लाभ के लिए विभिन्न आईसीएआर संस्थानों द्वारा विकसित नवीन प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया जाएगा। इनके अलावा, टिकाऊ और जलवायु-अनुकूल कृषि, प्रदर्शनी का मुख्य केंद्र बिंदु होगी। प्रदर्शनी में चावल, गेहूं, मक्का, दालें, तिलहन, श्री अन्न (मिले ट्स) और अन्य वाणिज्यिक फसलों के लिए पर्यावरण के अनुकूल नवाचारों पर भी प्रकाश डाला जाएगा। मशीनीकरण, सटीक खेती (प्रिसिजन फार्मिंग ) और मूल्य वर्धित उत्पादों पर भी ध्यान दिया जाएगा। कृषि के सफल प्रचार के लिए आईसीएआर की शिक्षा प्रणाली, मजबूत विस्तार प्रणाली और नवाचार को प्रदर्शित किया जाएगा। इनके अलावा, एक्सपो में हितधारकों के लाभ के लिए पशु विज्ञान, मुर्गी पालन और मत्स्य पालन के लिए हाल ही में विकसित सिद्ध तकनीक प्रदर्शित की जाएगी ।
प्रदर्शनी के दौरान आईसीएआर संस्थानों द्वारा विकसित व्यावसायीकरण की क्षमता वाली विभिन्न प्रकार की प्रौद्योगिकियों उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में आईसीएआर और उद्योगों के बीच बातचीत के पीपीपी मॉडल के साथ ही भविष्य की संभावनाओं के संबंध में आईसीएआर संस्थानों द्वारा विकसित विभिन्न प्रकार की प्रौद्योगिकियों/उत्पादों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए 100 से अधिक उद्योग भागीदारों की भाग लेने की उम्मीद है। इसके अलावा, 500 से अधिक किसानों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों के 1000 छात्र भी आईसीएआर स्थापना और प्रौद्योगिकी दिवस में भाग लेंगे।...////...