12-Jul-2023 07:20 PM
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नयी दिल्ली, 12 जुलाई (संवाददाता) दिल्ली के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सरकार यमुना के बढ़ते जलस्तर की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है और हर स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां कर रहे हैं एवं डूब क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है।
श्री भारद्वाज ने बुधवार को सिविल लाइंस इलाके में मोटर बोट से यमुना के विभिन्न हिस्सों का किया मुआयना करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह बड़ी हैरान करने वाली बात है कि पिछले तीन दिनों से दिल्ली में बारिश नहीं हुई है, फिर भी दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे जो एकमात्र कारण नजर आता है, वह हथिनी कुंड बैराज की ओर से लगातार लाखों क्यूसेक आता हुआ पानी है। उन्होंने बताया के सामान्यतः यमुना में खतरे का निशान 205.33 मीटर है, परंतु आज दोपहर लगभग एक बजे बजे यमुना का जलस्तर 207.55 मीटर मापा गया है, जो कि खतरे के निशान से काफी ऊपर है। उन्होंने बताया कि यदि इसी तरह से लगातार यमुना में जलस्तर बढ़ता रहा तो यमुना के आसपास के क्षेत्रों में जो पानी को रोकने के लिए बंद लगे हुए हैं, आशंका है कि यमुना का पानी उन बंद को पार करके दिल्ली की सड़कों तक आ सकता है।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय जल आयोग के अनुमान के अनुसार बुधवार दोपहर लगभग एक बजे यमुना का जलस्तर करीब 207.55 मीटर पर पहुंच गया है। इसे देखते हुए सभी विभागों ने कमर कस ली है और युद्धस्तर पर राहत व बचाव कार्य जारी है। राहत और बचाव कार्यों के लिए यमुना में विभिन्न जगहों पर मोटर बोट्स तैनात की गई है, जिसपर बचाव संबंधित सभी जरुरी उपकरण मौजूद है। साथ ही गोताखोर और मेडिकल टीमें भी तैनात है। संबंधित अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में जाने के निर्देश दिए गए हैं।
श्री भारद्वाज ने बताया कि पूरे उत्तरी भारत में हो रही भारी बारिश के कारण यमुना में तेजी से पानी बढ़ता जा रहा है। साथ ही हथिनिकुंड बैराज से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। दिल्ली से हथिनिकुंड करीब 228 किमी दूर है और करीब 48 घंटे बाद पानी यहां पहुंचता है। कल हथिनिकुंड से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जो कि कल यानी गुरुवार तक दिल्ली में पहुंचेगा। ऐसे में यमुना में जलस्तर और अधिक बढ़ सकता है। अगर हथिनिकुंड से इससे भी ज्यादा पानी छोड़ा जाता है तो उसे रोकना सरकार के कंट्रोल में नहीं है, मगर हमने हर स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में आबादी वाले इलाकों में पानी पंहुचने की संभावना नहीं है। मगर डूब क्षेत्रों में जिन इलाकों में खतरे के संकेत नजर आ रहे हैं, वहां पर राहत व बचाव संबंधित उचित कदम उठाए जा रहे हैं। दिल्ली सरकार के सभी अफसर फिल्ड में मुस्तैद है। हमारा पूरा प्रयास है कि यमुना के किनारे बसे एवं खेती करने वाले सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए।...////...