23-Sep-2023 08:45 PM
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हैदराबाद, 23 सितंबर (संवाददाता) केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री एवं तेलंगाना प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जी किशन रेड्डी ने राज्य में के.चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली बीआरएस सरकार पर समूह-1 प्रारंभिक परीक्षा आयोजित करने में विफल रहने के लिए मुख्यमंत्री की आलोचना की है।
गौरतलब है कि तेलंगाना उच्च न्यायालय ने राज्य में 11 जून को आयोजित ग्रुप-1 प्रारंभिक परीक्षा को अमान्य करने का आदेश दिया था।
शनिवार को जारी एक बयान में, श्री रेड्डी ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि यह खेदजनक है कि केसीआर सरकार के अक्षम प्रशासन और सही निर्णय लेने में विफल रहने के कारण ग्रुप-1 प्रारंभिक परीक्षा लगातार दूसरी बार स्थगित करनी पड़ी है।
श्री रेड्डी ने स्थिति से निपटने के केसीआर सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि वह उन चार लाख युवाओं की चिंताओं को दूर करने की कोशिश कर रही है, जिन्होंने इन परीक्षाओं में अव्यवस्थित रूप से आवेदन किया है।
उन्होंने कहा कि जिस राज्य में पानी, धन और रोजगार का वादा किया गया था, वहां की सरकार भर्ती के मोर्चे पर विफल रही है, जो राज्य के युवाओं के लिए निराशा का कारण बन गया है।
हाल ही में पेपर लीक की घटना के बारे में, श्री रेड्डी ने राज्य सरकार पर सावधानियों में भी अक्षमता और लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि समूह-1 भर्ती अधिसूचना में अनियमितताओं को रोकने के लिए आवेदकों को अनिवार्य रूप से बायोमेट्रिक डेटा संग्रह के कहा गया था। हालांकि, सरकार ने ऐसा दर्शाया कि बायोमेट्रिक डेटा संग्रह अनिवार्य नहीं था, जिससे युवाओं को सही नौकरी के अवसर प्रदान करने की उसकी प्रतिबद्धता पर सवाल खड़े हुए।
श्री रेड्डी ने आवेदन प्रक्रिया शुरू होते ही विभिन्न पहलुओं में लापरवाही की ओर इशारा किया। उन्होंने हॉल टिकटों पर तस्वीरों की अनुपस्थिति और बायोमेट्रिक स्क्रीनिंग को हटाने का उल्लेख किया, जिससे परीक्षाओं में अनियमितता हो सकती है। उन्होंने कहा कि ग्रुप-1 परीक्षा आयोजित करने में सरकार की लापरवाही के बारे में लोगों द्वारा उठाई गई चिंताओं के कारण, उच्च न्यायालय के पास उन्हें रद्द करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
उन्होंने तर्क दिया कि केसीआर सरकार, जो राज्य के युवाओं की सुरक्षा और भविष्य को सुनिश्चित नहीं कर सकती है, उसे सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है।...////...