04-Aug-2023 06:38 PM
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शिलांग, 04 अगस्त (संवाददाता) सात पूर्वोत्तर राज्यों के आठ छात्र संघों की शीर्ष निकाय पूर्वोत्तर छात्र संगठन (एनईएसओ)ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संघर्षग्रस्त मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति बहाली के लिए उनसे 'सकारात्मक हस्तक्षेप' करने आग्रह किया है।
एनईएसओ के अध्यक्ष सैमुअल जिरवा और महासचिव मुत्सिखोयो योबू ने कहा “मणिपुर में वर्तमान संघर्ष ने पहले ही सैकड़ों लोगों की जान ले ली है साथ ही सीमाओं और राज्य की सीमाओं से परे कई समुदायों के बीच सदियों पुराने संबंधों और रिश्तों को भी अपूरणीय क्षति हुई है और लोगों को दुख है कि इस बेहद संवेदनशील और दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर देश के अभिभावक के तौर आप चुप रहे हैं।”
एनईएसओ ने मणिपुर में मौजूदा स्थिति को लेकर दुख व्यक्त किया। जो पिछले तीन महीनों से राज्य के अधिकांश हिस्से में हिंसा और आगजनी के कारण पूरी तरह से अराजकता की स्थिति में तब्दील हो गया है।
ज्ञापन में कहा गया है, “एनईएसओ ने कई मौकों पर बिगड़ती स्थिति और राज्य में हिंसा भड़कने के बाद से 'कानून के शासन' के अभाव में हो रहे घोर मानवाधिकार उल्लंघनों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।”
एनईएसओ ने कहा , “वर्तमान में मणिपुर में राज्य पुलिस के साथ मिलकर 40हजार से अधिक केंद्रीय बलों की मौजूदगी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हस्तक्षेप बावजूद स्थिति समान्य नहीं है।”
मणिपुर में सभी प्रकार की हिंसा, आगजनी और असामंजस्य को तत्काल रोकने की अपील करते हुए एनईएसओ ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वह इस भयानक घटना से सबसे ज्यादा प्रभावित छात्र समुदाय की मदद करने और उन्हें सुधारने के तरीके और साधन खोजें ताकि उनके करियर पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।...////...