07-Nov-2023 08:06 PM
1616
आइजोल, 07 नवंबर (संवाददाता) मिजोरम में 40 सीटों वाले विधानसभा के चुनाव के लिए मंगलवार को शाम चार बजे तक 74़ 82 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मिजोरम में एक ही चरण में चुनाव हुआ।
हालांकि मतदान केंद्र शाम चार बजे तक बंद हो जाने चाहिए थे, लेकिन मतदान केंद्र बंद होने के समय के बाद भी कई मतदान केंद्रों के अंदर मतदाताओं की कतारें लगी हुई थीं।
राज्य के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच. लियानजेला ने कहा कि अंतिम मतदान 80 प्रतिशत से अधिक हो सकता है क्योंकि कई मतदान केंद्रों पर मतदान अभी भी जारी है।
श्री लियानजेला, मीडिया सेल के नोडल अधिकारी भी हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और राज्य भर के 1,276 मतदान केंद्रों में से किसी से भी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
मतदान प्रक्रिया सुबह सात बजे बड़े उत्साह के साथ शुरू हुई। बड़ी संख्या में लोग रंग-बिरंगे परिधानों में पहाड़ी ईसाई-बहुल राज्य में अपने-अपने मतदान केंद्रों पर अगले पांच वर्षों के लिए अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करने के लिए कतार में खड़े थे। विधानसभा चुनाव में पहली बार 80 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए घर से मतदान की सुविधा शुरू की गई। फिर भी, कई, वयोवृद्ध लोगों ने मतदान केंद्रों पर उपस्थित नहीं होने का विकल्प चुना।
राज्य के मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के प्रमुख ज़ोरमथांगा ने सुबह नौ बजे के बाद अपने गृह मतदान केंद्र रामहलुन वेंगलाई में अपना वोट डाला। मतदान करने का उनका पहला प्रयास ईवीएम में खराबी के कारण रोक दिया गया था। वोट डालने के बाद श्री ज़ोरमथांगा ने पत्रकारों से बात करते हुए विश्वास जताया कि उनकी पार्टी कम से कम 25 सीटों के साथ सत्ता बरकरार रखेगी।
मिजोरम के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति ने आइजोल दक्षिण-द्वितीय में एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के कार्यकारी अध्यक्ष के सपडांगा ने आइजोल उत्तर-तृतीय निर्वाचन क्षेत्र में ईवीएम बटन दबाया। अनुभवी कांग्रेसी और पांच बार के मुख्यमंत्री ललथनहवला ने जरकावत में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। 85 वर्षीय श्री ललथनहवला इस बार 45 साल में पहली बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।
देश के दूसरे सबसे कम आबादी वाले और पांचवें सबसे छोटे राज्य में 1,276 मतदान केंद्रों पर फैले 4,39,026 महिलाओं सहित 8,56,868 मतदाता है। इस चुनाव में चार उम्मीदवार दो विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं, जिससे कुल 174 उम्मीदवार मैदान में हैं।
एमएनएफ, जेडपीएम और कांग्रेस सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि भाजपा 23 सीटों पर और आम आदमी पार्टी (आप) चार सीटों पर मैदान में है। इसके अलावा 27 निर्दलीय उम्मीदवार हैं।
चुनाव में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए 3,000 राज्य पुलिस कर्मियों के अलावा, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की 450 इकाइयों को तैनात किया गया है। मतदान प्रक्रिया की निगरानी के लिए 21 सामान्य पर्यवेक्षक, 14 व्यय पर्यवेक्षक और 11 पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्त किये गये थे।
राज्य भर में मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्रों में 29 संवेदनशील मतदान केंद्र और एक महत्वपूर्ण मतदान केंद्र हैं। चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि 769 (60 प्रतिशत) मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जा रही है।
मतगणना तीन दिसंबर को होगी।...////...