25-Feb-2022 07:29 PM
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अमृतसर 25 फरवरी (AGENCY) फरवरी 1921 में गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब में गुरु नानक देव जी की जन्मस्थली पर हुए साका (नरसंहार) ननकाना साहिब के शहीदों को याद करने के लिए, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने शुक्रवार को गुरदासपुर जिले के गोधरपुर गांव में एक गुरमत समागम (धार्मिक मंडली) का आयोजन किया।
साका ननकाना साहिब के शहीद भाई लक्ष्मण सिंह धारोवली का परिवार गोधरपुर गांव में बस गया था और इस जगह पर पिछले साल नरसंहार की 100 साल की शताब्दी को पूरी भव्यता के साथ चिह्नित किया गया था।
साका की 101वीं वर्षगांठ के अवसर पर बोलते हुए, एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट धामी ने घोषणा की कि गोधरपुर में हर साल साका ननकाना साहिब मनाया जाएगा और नरसंहार के अन्य शहीदों के शहरों में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि श्री ननकाना साहिब सिख कौम (समुदाय) का जन्मस्थान है और 100 साल पहले, इस दरगाह को व्यभिचार में लिप्त महंतों के नियंत्रण से मुक्त करने के लिए, खालसा पंथ ने महान बलिदान दिए। उन्होंने कहा कि साका ननकाना साहिब के शहीद हमारे मार्गदर्शक हैं और जिस दृढ़ संकल्प के साथ उन्होंने मंदिर को मुक्त कराया वह सिख भावना को जीवित रखने का एक तरीका है।
एडवोकेट धामी ने कहा,“आज भी कई पंथ विरोधी ताकतें पंथक (सिख) संस्थानों को कमजोर करने पर आमादा हैं और उनसे एकता के साथ निपटना समय की जरूरत है। श्री अकाल तख्त साहिब के नेतृत्व में पूरी सिख कौम को एकजुट होकर काम करना चाहिए।...////...